18 बार हारे, हर बार जमानत जब्त, अब फिर लड़ रहे चुनाव, जानें कौन हैं इंदौर के परमानंद तोलानी
Lok Sabha Elections: रियल एस्टेट कारोबारी परमानंद तोलानी की उम्र अब 63 साल हो गई है. वह साल 1989 से सभी लोकसभा और विधानसभा चुनाव लड़ते आए हैं. हर बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा है.
MP Lok Sabha Elections 2024: 18 बार हार से परेशान इंदौर निवासी परमानंद तोलानी ने अभी तक उम्मीद नहीं खोई है. इस बार फिर वे लोकसभा चुनाव में नामांकन दाखिल करके आए हैं. लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने वाले इस शख्स का नाम है परमानंद तोलानी. चुनाव में लगातार हार की वजह से उन्हें इंदौरी धरती पकड़ के नाम से भी जाना जाता है.
63 साल के रियल एस्टेट कारोबारी परमानंद का दावा है कि चुनाव लड़ने से उनका मनोबल बढ़ता है. हालांकि हर बार उन्हें अपनी जमानत राशि जुटानी पड़ती है. बिना कोई राजनीतिक बैकग्राउंड के उनकी पिछली दो पीढ़ियां चुनाव लड़ने के लिए मशहूर हैं, लेकिन उनके परिवार का कोई भी सदस्य कभी चुनाव नहीं जीत सका बल्कि हर बार उन्हें अपनी जमानत भी जब्त करवानी पड़ी है.
परमानंद तोलानी को चुनाव का है जुनून
चुनाव लड़ने का यह जुनून शायद आपने आज तक कहीं नहीं देखा होगा उनके पिताजी भी चुनावी मैदान में उतारते रहे हैं. अब वे अपने पिता की विरासत को संभाल रहे हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि परमानंद तोलानी 18 बार चुनाव मैदान में उतर चुके हैं. सबसे पहली बार 1989 में उन्होंने चुनावी मैदान में उतारने का सफर शुरू किया जो आज भी जारी है फिलहाल परमानंद 19वीं बार चुनावी मैदान में हैं.
उन्होंने इंदौर के सांसद पद के लिए लोकसभा का चुनाव नामांकन फॉर्म जमा किया है. परमानंद तोलानी ने कभी जीत का स्वाद नहीं चखा. साल 1989 में जब सबसे पहले चुनाव लड़ा था तब ₹500 की जमानत जब्त हुई थी और आज तक कुल 18 बार उनकी जमानत जब्त हो चुकी है लेकिन चुनाव लड़ने से वे पीछे नहीं हटे.
1989 से लड़ते आ रहे सभी चुनाव
साल 1988 में पिता के निधन के बाद परमानंद ने इसकी शुरुआत की. उन्होंने बताया कि सबसे पहला चुनाव उन्होंने 1989 में लड़ा थ. तब बीजेपी की ओर से सुमित्रा महाजन और कांग्रेस की ओर से प्रकाश चंद्र सेठी ने चुनाव लड़ा था. इस दौरान तोलानी भी निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में लड़े थे. तब से उन्होंने हर बार विधानसभा और संसद का भी चुनाव लड़ा.
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