Indore Paperless Bill: इंदौर (Indore) पश्चिम क्षेत्र बिजली वितरण कंपनी प्रदेश में पहली ऐसी वितरण कंपनी होगी जो कागज पर बिजली बिलों को देने की व्यवस्था को पूरी तरह बंद करने जा रही है. इस कदम के साथ घर-घर बिल वितरण की व्यवस्था को कंपनी बंद कर देगी. इसके बाद बिजली उपभोक्ताओं को मोबाइल, ई-मेल पर ही बिजली बिल मिलेंगे. जानकारी के मुताबिक इस महीने के बिजली बिल के साथ कंपनी ने एक सील भी लगाई है जिसमें स्पष्ट लिखा गया है कि पर्यावरण संरक्षण के लिए, हरियाली को बनाए रखने के लिए, कागज का उपयोग कम किया जाए. इसी के तहत आगे से कागजी बिल बंद किये जाएंगे. 


बता दें कि इंदौर शहर में हर महीने साढ़े सात लाख बिल घर-घर पहुंचाए जाते हैं. वितरण कंपनी ने एमडी अमित तोमर के मुताबिक जोन पर उपभोक्ताओं के अधिकृत मोबाइल नंबर, ई-मेल एड्रेस लिए जा रहे हैं, वहीं कुछ जोन से इसकी शुरूआत की जाएगी. 8 से 10 दिन पहले बिल डिजिटल माध्यम से भेजे जाने के साथ रिमाइंडर भी भेजे जाएंगे. साथ ही बिल जमा होते ही मोबाइल पर मैसेज भी आ जाएगा जिससे उपभोक्ताओं के पास इसका रिकॉर्ड भी रहेगा.


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कंपनी के हर माह बचेंगे करोड़ों रुपये


जानकारी के मुताबिक मध्य प्रदेश में उपभोक्ताओं को बिजली वितरण का काम पूर्व, पश्चिम और मध्य क्षेत्र की कंपनी करती है. इंदौर-उज्जैन संभाग के 15 जिलों में बिजली वितरण पश्चिम क्षेत्र कंपनी करती है. आंकड़ो के अनुसार कंपनी के इन जिलों में 43 लाख उपभोक्ता हैं. इसमें से इंदौर शहर और ग्रामीण के मिलाकर 10 लाख के आस-पास हैं. राज्य के ऊर्जा विभाग ने उपभोक्ताओं को जो पेपरलेस बिल भेजने की प्लानिंग की है, उस पर अमल हो गया तो पश्चिम क्षेत्र बिजली वितरण कंपनी के हर माह करोड़ों रुपए बचेंगे. 


हालांकि कंपनी के पास जिन उपभोक्ताओं के मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड हैं, उन्हें बिल राशि और जमा करने की ऑनलाइन लिंक के साथ अंतिम दिनांक मोबाइल पर एसएमएस के जरिए भेजी जाती है. साथ ही बिल भरने के अंतिम दिन के हफ्तेभर पहले कागज के बिल भी भेजे जाते हैं. कई बार तो उपभोक्ताओं को पैसा जमा करने की आखरी तारीख के दिन या एक दिन पहले बिल मिलता है, इसलिए अब कागज, पैसा और समय बचाने सहित बिल बांटने की झंझट से छुटकारा पाने के लिए ही पेपरलेस बिल देने की प्लानिंग पर काम किया जा रहा है.


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