Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के इंदौर में 11 लाख वृक्षारोपण के वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा चुका है. अपने शहर को हरियाली की चादर ओढ़ाने के लिए शहरवासी आज रविवार (14 जुलाई) को सुबह रेवती रेंज में बड़े स्तर पर वृक्षारोपण करेंगे. इससे पहले नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) ने रेवती रेंज की पहाड़ी पर स्थित कंट्रोल रूम पर एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित किया.


इस दौरान उन्होंने आज केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की मौजूदगी में होने वाले वृक्षारोपण महाअभियान के तहत बनने वाले वर्ल्ड रिकॉर्ड और सभी तैयारियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी. मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने बताया कि "गिनीज बुक के तयशुदा मापदंडों के तहत अभियान में काम किया जा रहा है.


भूमिपूजन के बाद शउरू हुआ काम
इसके तहत 13 जुलाई को शाम छह बजे से पंडितों की उपस्थिति में भूमिपूजन के साथ गड्ढे खोदने का काम शुरू किया गया. योजना के मुताबिक 12 घंटे गड्ढे खोदे जाएंगे और 14 जुलाई को सुबह छह बजे से वृक्षारोपण महाअभियान शुरू होगा. वृक्षारोपण के लिए बड़े पैमाने पर कटर, छोटे फावड़े आदि जरूरी समान की व्यवस्था की गई है." 


कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि "लोगों की सहायता के लिए बड़ी संख्या में स्वयं सेवकों की टीम तैनात रहेगी. रेवती रेंज में वृक्षारोपण स्थल पर 100 कैमरे लगाए गए हैं. इन 100 कैमरों की मदद से निगरानी की जाएगी. रेवती रेंज को 9 जोन और 100 सबजोन में विभाजित किया गया है. 51 लाख वृक्षारोपण और 11 लाख वृक्षारोपण के वर्ल्ड रिकॉर्ड की कल्पना 27 मई को की गई थी." 


मधुकामिनी के 9 लाख पौधे लगेंगे
उन्होंने कहा कि "46 दिनों की मेहनत और समर्पित लोगों की टीम की वजह से हम आज इस अहम मुकाम पर पहुंच गए हैं. यह विश्व का सबसे बड़ा जनभागीदारी का अनूठा कार्यक्रम है. आने वाले समय में यह इंदौर शहर और आसपास के इलाकों का बड़ा पिकनिक स्पॉट बनेगा. यहां पर मधुकामिनी के 9 लाख पौधों का रोपण किया जाएगा, जिससे पहाड़ी और आसपास उसके फूलों की खुशबू से वातावरण सुगंधित और सकारात्मक ऊर्जा वाला होगा." 


20 करोड़ के पौधे दान में मिले
उन्होंने आगे कहा कि "यहां पर विभिन्न प्रजातियों के पौधों के रोपण से एक बेहतर इकोसिस्टम तैयार होगा. साथ ही विभिन्न प्रकार के पक्षियों की चहचहाहट यहां पर पिकनिक मनाने वालों को आकर्षित करेगी." विजयवर्गीय ने कहा कि "51 लाख वृक्षारोपण का संकल्प लेने के बाद हमने पौधों को इकट्ठा करने की योजना बनाई और 20 करोड़ रुपये की लागत के पेड़ हमें दान में मिले हैं. 300 ट्रकों में भरकर पेड़ वृक्षारोपण स्थल तक लाए गए हैं."


"अब तक शहर और उसके आसपास के इलाकों में 23 से 24 लाख पेड़ लग चुके हैं और जिस रफ्तार और उत्साह से वृक्षारोपण हो रहा है, मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि हम 51 लाख के आंकड़े को पार कर जाएंगे. रेवती रेंज पर एक नर्सरी भी बनाई जाएगी, जिसमें एक लाख से ज्यादा पेड़ होंगे. यदि कोई पेड़ खराब हो जाता है या सूख जाता है तो उसकी जगह पर नया पौधा लगाया जाएगा. कोई भी व्यक्ति यदि किसी पौधे को खराब देखे तो वह भी लगा सकता है." 


प्रेस कांफ्रेंस में महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने शहरवासियों से अपील की है कि वह रेवती रेंज आने के लिए दोपहिया वाहन का प्रयोग करें और साथ ही अपने साथ बच्चों, वृद्धजनों और दिव्यांगों को ना लाए. इससे पहले मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने रेवती रेंज पर कंट्रोल रूम का फीता काटकर शुभारंभ किया. कंट्रोल  रूम से पूरे रेवती रेंज पर निगाह रखी जाएगी. प्रेस कांफ्रेंस में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के साथ जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट और महापौर पुष्यमित्र भार्गव भी मौजूद थे.



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