MP News: बिजली विभाग में भ्रष्टाचार करने वालों को लोकायुक्त पुलिस के लगातार झटके लग रहे हैं. इंदौर में लोकायुक्त पुलिस ने एक बार फिर बिजली विभाग के कर्मचारियों को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है. बिजली विभाग का कर्मचारी सोलर प्लांट के नेट मीटर की विद्युत विभाग से स्वीकृति के लिए वसूली कर रहा था. लोकायुक्त पुलिस ने पिछले दिनों सरकारी दफ्तरों के बाहर बोर्ड लगाकर प्रचार प्रसार किया था. इसके बाद से ही लगातार शिकायतें बढ़ गई है.


इंदौर के लोकायुक्त एसपी राजेश सहाय ने बताया कि बिजली विभाग के कर्मचारियों के खिलाफ ₹2000 रिश्वत मांगने की शिकायत मिली थी. इस मामले में लोकायुक्त पुलिस ने जाल बिछाकर आरोपी को रंगे हाथ पकड़ लिया. लोकायुक्त एसपी राजेश सहाय ने बताया कि पुलिस महानिदेशक लोकायुक्त जयदीप प्रसाद के निर्देश पर भ्रष्टाचारियों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है. 


इसी के तहत सुदामा नगर इंदौर के ई-सेक्टर में रहने वाले दीपक हार्डिया की ओर से शिकायत मिली थी कि वे सोलर प्लांट के नेट मीटर की विद्युत विभाग से स्वीकृति चाहते हैं.


पुलिस ने कार्यवाही करते हुए पकड़ा जगदीश बरौलिया को


इसकी फाइल आगे बढ़ाने के लिए जगदीश बरौलिया नामक कर्मचारी द्वारा 2000 रुपये की रिश्वत मांगी जा रही है. बरोनिया शहर संभाग के कार्यपालन यंत्री के कार्यालय में सहायक ग्रेड प्रथम के पद पर पदस्थ है. इस शिकायत के बाद पुलिस ने कार्यवाही करते हुए जगदीश बरौलिया को रंगे हाथ पकड़  लिया. 


फाइल आगे बढ़ाने की कीमत 2000


लोकायुक्त डीएसपी रोड मिश्रा ने बताया कि फरियादी दीपक सीताराम रीनूवल एनर्जी कंपनी में वेंडर के पद पर कार्यरत है. फरियादी द्वारा मेघराज जायसवाल नामक उपभोक्ता के घर के सोलर प्लांट के नेट मीटर की स्वीकृति के लिए फाइल दी गई थी. इस फाइल को आगे बढ़ाने के लिए कर्मचारियों द्वारा 2000 रुपये की रिश्वत मांगी जा रही थी. इसी के चलते कार्रवाई की गई.


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