Indore Crime News: चाइल्ड पोर्नोग्राफी से जुड़ा कंटेंट सोशल मीडिया पर अपलोड और शेयर करने की खबर मिलने पर इंदौर (Indore) पुलिस ने महज एक ही रात में आठ केस दर्ज कर दिए हैं. दरअसल, अमेरिका से एनसीआरबी (NCRB) को यह सूचना दी गई. उसके बाद एनसीआरबी ने स्टेट पुलिस को इसके बारे में बताया. जानकारी मिलने के बाद अब पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी की बात कर रही है.


इंटरनेट मीडिया फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप पर वीडियो अपलोड करने और इन्हें वायरल करने के मामले में इंदौर पुलिस ने मोबाइल नंबरों के आधार पर आठ एफआईआर दर्ज की हैं. वहीं पुलिस अब उन लोगों की जानकारी जुटा रही है, जिनके पास ये सिम कार्ड थे. पुलिस के पास 15 से ज्यादा ऐसे केस हैं, जो इन्वेस्टिगेशन के लिए मौजूद हैं और इनमें केस दर्ज होना है. इंदौर जोन के डीसीपी आदित्य मिश्रा द्वारा तमाम नंबरों के आधार पर अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ आईटी एक्ट सहित विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया है.


आठ मामले किए गए दर्ज
एरोड्रम, मल्हारगंज, गांधीनगर सहित अन्य थाना क्षेत्रों में कुल आठ मामले दर्ज किए गए हैं. जिन अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं,  जल्द ही उनकी गिरफ्तारी की भी बात  कही जा रही है. गौरतलब है कि अमेरिका में नेशनल सेंटर फार मिसिंग एंड एक्सप्लाइटेड चिल्ड्रन (आइसीएमईसी) साफ्टवेयर के जरिये इंटरनेट मीडिया पर चाइल्ड पोर्नोग्राफी से जुड़े कंटेंट पर निगरानी रखी जाती है. आइसीएमईसी वीडियो अपलोड करने वाले उपभोक्ता का इंटरनेट प्रोटोकाल (आइपी) एड्रेस चिह्नित तक संबंधित देश को भेज देते हैं. 


बता दें कि भारत में यह सूचना एनसीआरबी के पास आती है. एनसीआरबी की साइबर टीम रिपोर्ट को संबंधित राज्य की साइबर सेल के पास भेज देती है. मध्य प्रदेश में साइबर सेल नोडल एजेंसी है. साइबर सेल संबंधित शहर की क्राइम ब्रांच को केस भेजती है. क्राइम ब्रांच मोबाइल नंबर की जानकारी निकाल कर संबंधित थाना में मामला दर्ज करवाती है. 


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