Indore News: इंदौर पुलिस ने साल 2024 में 986 मोबाइल साइबर सेल की मदद से ढूंढ निकाले. मोबाइल की कीमत एक करोड़ से ज्यादा की है. पुलिस ने ढूंढने के बाद मोबाइल सही हाथों तक पहुंचा दिए. मोबाइल मिलने की आस छोड़ चुके लोगों के चेहरे खिल उठे. पुलिस में लोगों से नए साल में सावधानी बरतने की अपील भी की है. पुलिस कमिश्नर संतोष कुमार सिंह ने बताया कि सिटीजन कॉप ऐप के माध्यम से पीड़ित मोबाइल गुम होने की शिकायत करते हैं. शिकायत पर कार्रवाई करते हुए साइबर सेल और अन्य तकनीकी माध्यम से ढूंढ कर लोगों तक मोबाइल पहुंच जाते हैं.
संतोष कुमार सिंह ने बताया कि सोमवार को भी 25 लाख रुपये कीमत के 115 मोबाइल लोगों को वापस लौटाए गए. पुलिस कमिश्नर ने नए साल के जश्न में मोबाइल सावधानीपूर्वक संभाल कर रखने की अपील की. उन्होंने बताया कि सावधानी के बावजूद मोबाइल गुमशुदा होने पर सिटीजन कॉप ऐप लोगों की सेवा में हाजिर है.
986 मोबाइल असली मालिकों को लौटाए गए
मोबाइल मिलने पर लोगों ने पुलिस का धन्यवाद किया. पीड़ित सुनीता सिंह ने बताया कि मोबाइल मिलने का भरोसा छोड़ दिया था. उन्होंने एक बार फिर हाथ में गुमशुदा मोबाइल के आने पर खुशी जताई. पुलिस का कहना है कि मोबाइल ढूंढने का अभियान आगे भी जारी रहेगा. मिलने के साथ लोगों को मोबाइल की सूचना दी जाएगी. पुलिस ने कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद 986 मोबाइल लोगों को सौंप दिए. बता दें कि साइबर सेल की टीम ने कई महीनों की मेहनत के बाद फोन बरामद किए. लोगों ने इंदौर पुलिस का आभार प्रकट किया.
व्यवासायिक राजधानी में अलग-अलग इलाकों से मोबाइल गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई गई थी. शिकायत का संज्ञान लेकर पुलिस ने मोबाइल ढूंढने का अभियान चलाया. बरामद किए गए मोबाइलों में वनप्लस, रियलमी, वीवो, ओप्पो सैमसंग जैसी कंपनियों के फोन हैं.