Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश में इंदौर पुलिस के 'यमराज' हेड कांस्टेबल जवाहर सिंह जादौन अब नहीं रहे. अपनी गाय की सेवा करते समय वह करंट की चपेट में आ गए. इससे जवाहर सिंह जादौन और उनकी गाय की मौत हो गई. इंदौर पुलिस के चहेते व्यक्ति की अकाल मृत्यु होने पर पुलिस महकमे में शोक की लहर फैल गई है. कोरोना काल में शहरवासियों को जागरूक करने के उद्देश्य से यमराज बनकर घूमने वाले इंदौर पुलिस के हेड कांस्टेबल जादौन सुर्खियों में आए थे. 


जिस समय कोरोना के खौफ से पूरी दुनिया घर में कैद थी, उस समय लोगों को जागरूक करने के लिए जवाहर खुद यम बनकर यह संदेश दे रहे थे कि लोग घरों में रहें और बिना काम के बाहर न जाएं नहीं तो कोरोना के शिकार हो जाएंगे. वह लोगों से कहते थे कि हमारा सौभाग्य है कि देश में वैक्सीन लग रही है, सभी लोग वैक्सीन लगवाएं. वैक्सीन का गलत प्रभाव पड़ने को लेकर भी जवाहर ने लोगों को संदेश दिया था.


गौसेवा करते हुए लगा करंट
जानकारी के अनुसार, जवाहर सिंह क्राइम ब्रांच में बतौर हेड कांस्टेबल अपनी सेवाएं दे रहे थे. वह जूनी इंदौर पुलिस लाइन में रहते थे. अपने घर के पास ही उन्होंने एक छोटा सा बाड़ा बना रखा था, जिसमें उन्होंने एक गाय रखी हुई थी. वह हर दिन गौसेवा करते थे. शुक्रवार सुबह भी वह अपनी गाय को नहला रहे थे, उसी समय बाड़े में अचानक करंट फैल गया.  इसकी चपेट में आकर वह बेसुध होकर जमीन पर गिर गए. बाड़े के नजदीक से गुजरने वाले एक व्यक्ति ने उन्हें बेसुध देखकर पुलिस को सूचना दी.


इसके बाद मौके पर पहुंचे परिजन और पुलिस उन्हें लेकर नजदीकी निजी अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां से उन्हें बड़े अस्पताल ले जाने की सलाह दी गई. उन्हें चोइथराम अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. उनके शव का पोस्टमार्टम करवा कर जूनी इंदौर पुलिस जांच कर रही है.


जवाहर सिंह जादौन बहुत जिंदादिल व्यक्ति थे, वह लोगों की मदद के लिए हमेशा तत्पर रहते थे. पुलिस कार्यक्रमों में वह अक्सर अलग-अलग किरदार की भूमिका निभाते हुए घूमते थे. कोविड के अलावा वह दोपहिया वाहन चालकों को हेलमेट पहनाने के लिए जागरूक करने के उद्देश्य से भी कई बार यमराज बन चुके थे. इंदौर पुलिस में उनकी पहचान बतौर यमराज बनी हुई थी.


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