Indore: इंदौर रेलवे स्टेशन का मास्टरप्लान फाइनल, एक हजार करोड़ की आएगी लागत, जानिए क्या होंगी सुविधाएं
Indian Railways: इंदौर वासियों के लिए खुशखबरी है. लंबी कवायद के बाद रेलवे स्टेशन का मास्टर प्लान फाइनल हो गया है. एक हजार करोड़ की लागत से रेलवे स्टेशन को एयरपोर्ट की तर्ज पर विकसित किया जाएगा.
Indore Railway Station: देश के सबसे साफ और स्वच्छ शहर इंदौर को रेल मंत्रालय ने सौगात दी है. लंबी कवायद के बाद रेलवे स्टेशन पुनर्विकास का प्लान फाइनल हो गया है. रेलवे प्रोजेक्ट करीब 1000 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. अभी 340 करोड़ रुपये की राशि को मंजूरी भी मिल गई है. इंदौर रेलवे स्टेशन का कायापलट करने के लिए 15 फरवरी को टेंडर जारी होगा. टेंडर जमा करने की आखिरी तारीख 15 फरवरी होगी और 15 जून को टेंडर पर मुहर लगेगी. इंदौर स्टेशन का डिजाइन राजवाड़ा से प्रेरित होगा. इंदौर सांसद शंकर लालवानी ने बताया कि रेलवे स्टेशन को नया स्वरूप दिया जा रहा है.
इंदौर रेलवे स्टेशन के विकास का मास्टर प्लान फाइनल
एयरपोर्ट की तर्ज पर विकसित होने जा रहे रेलवे स्टेशन में हाईटेक सुविधा होगी. मास्टर प्लान के तहत रेलवे स्टेशन को शुरू होने जा रही मेट्रो और सरवटे बस स्टैंड से भी जोड़ा जाएगा. 12 हजार मुसाफिर की क्षमता वाले अत्याधुनिक स्टेशन पर भव्य प्रवेश द्वार, रूफ प्लाजा, एक्जिक्यूटिव लाउंज, अतिरिक्त प्रवेश द्वार, प्लेटफॉर्म कवर शेड, स्टेशन क्षेत्र की जल निकासी, वाई-फाई की सुविधाएं विकसित होंगी. रेलवे स्टेशन का मुख्य गेट इंदौर की ऐतिहासिक धरोहर राजवाड़ा की तर्ज पर रहेगा.
पहले फेज में 340 करोड़ रुपए बजट को मिली स्वीकृति
रेल मंत्री ने रेलवे स्टेशन के पास पार्क रोड स्टेशन को भी डेवलप करने का अनुरोध स्वीकार कर लिया है. इंदौर रेलवे स्टेशन का मास्टर प्लान तैयार हो चुका है. रेलवे प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत करीब 1000 करोड़ रुपए है. पहले फेज में 340 करोड़ रु का बजट स्वीकृत हुआ है. 15 फरवरी तक टेंडर जमा होने के बाद 15 जून को फाइनल कर दिया जाएगा. तीन माह बाद रेलवे प्रोजेक्ट का काम शुरू हो जाएगा. आगामी तीन साल में रेलवे स्टेशन का डेवलपमेंट प्रोजेक्ट पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.
प्लानिंग में 50 साल की जरूरतों का रखा गया है ध्यान
गौरतलब है कि रेलवे स्टेशन की प्लानिंग अगले 50 साल की जरूरतों के हिसाब से तैयार की गई है. पहले भी करीब 400-450 करोड़ रुपए की योजना बनाई गई थी. कई कमियों को दूर कर और प्लानिंग में बदलाव कर अब प्रोजेक्ट को नया रूप दिया गया है. प्रोजेक्ट के तहत स्टेशन एरिया की जमीन का वाणिज्यिक विकास किया जाएगा. एक नंबर प्लेटफार्म के दोनों तरफ रेलवे की जमीन है. पहली योजना में पार्क रोड स्टेशन शामिल नहीं था.
अब उसका हिस्सा भी शामिल कर लिया गया है. सरवटे बस स्टैंड के सामने की रेलवे जमीन का भी विकास किया जाना है. इंदौर रेलवे स्टेशन से देश की हर राज्य की राजधानी के लिए ट्रेनें रवाना होती हैं. कई ट्रेनों का आखिरी स्टॉप भी इंदौर रेलवे स्टेशन होता है. रेलवे स्टेशन को संवारने की कवायद में तेजी लाई गई है. देश के सबसे साफ शहर का तमगा हासिल कर चुके इंदौर में पर्यटन की भी काफी संभावनाएं हैं. उज्जैन के महाकाल और महेश्वर जैसे ज्योतिर्लिंग इंदौर से पास हैं. महाकाल और महेश्वर जानेवाले तीर्थयात्रियों का ठहराव इंदौर रेलवे स्टेशन पर होता है. अब रेलवे स्टेशन का कायाकल्प होने जा रहा है.
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