Indore News: इंदौर में 21 टन लोहे से बनी राम मंदिर की प्रतिकृति, 20 मजदूरों ने तीन महीने में पूरा किया काम
MP News: इंदौर में 21 टन बेकार पड़े लोहे के टुकड़ों से अयोध्या के राम मंदिर की प्रतिकृति तैयार की गई है. इसे बनाने में पांच मुस्लिम कारीगरों का विशेष योगदान रहा है.
Madhya Prdaesh News: देश का सबसे स्वच्छ शहर इंदौर (Indore) हमेशा से कुछ न कुछ नवाचार करने वाले शहरों में शुमार है. इंदौर ने हमेशा देश-दुनिया को नवाचार में बेस्ट साबित किया है. इंदौर में यही नवाचार एक बार फिर किया गया है. यहां अब अयोध्या के राम मंदिर की तर्ज पर विश्राम बाग में 21 टन लोहे के कबाड़ से राम मंदिर की प्रतिकृति तैयार की गई है. इसे बनाने में पांच मुस्लिम कारीगरों का विशेष योगदान रहा है.
दरअसल, इस मंदिर की प्रतिकृति को 21 टन लोहे के स्क्रैप से तैयार किया है. इसकी ऊंचाई 27 फीट, चौड़ाई 26 फीट और लंबाई 40 फीट है. वहीं 20 मजदूरों ने तीन महीने दिन रात काम किया और इसे तैयार किया. इस प्रतिकृति को तैयार करवाने वाले इंदौर महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि, वेस्ट टू आर्ट और स्पेशली आयरन स्क्रैप से भगवान श्री राम के अयोध्या में बनने वाले मंदिर की प्रतिकृति बनाने का काम किया गया है. मुझे लगता है कि, दुनिया में यह ऐसा पहला प्रतिकृति होगा जो 21 टन आयरन स्क्रैप से बना है, जिसमें इलेक्ट्रिसिटी के पोल, बगीचों में से निकलने वाले झूलों का स्क्रैप, गाड़ियों के नट बोल्ट, उनका बेस को यूज किया गया है.
विश्राम बाग में बनी प्रतिकृति
उन्होंने आगे कहा कि, इसको इंदौर के विश्राम बाग में बनाया गया है, जो अपने आप में बहुत भव्यता-दिव्यता और भगवान श्री राम का संदेश लिए हुए हैं, जो पूरे देश को एक सूत्र में बांधने का काम कर रहा है. विशेष तौर पर इंदौर के लिए जिसने हमेशा से वेस्ट पर बहुत काम किया है. बता दें कि, 22 जनवरी को अयोध्या में भगवान श्री राम लाल अपने मंदिर में विराजेंगे. वहीं इस मंदिर की पूरी प्रतिकृति अभी अयोध्या में नहीं बनी है, लेकिन इंदौर में इस स्वरूप में आयरन बेस से बनकर तैयार है और बहुत ही मनोरम लग रही है.