Indore River Water: मध्य प्रदेश में इन्दौर प्रशासन नदी शुद्धिकरण को लेकर चाहे कितने ही दावे कर ले, भले ही शहर को वाटर प्लस का तमगा भी मिल चुका है लेकिन समाजसेवियों का कहना है कि अभी तक नदियों का पानी शुद्ध नहीं हुआ है. इसी क्रम में समाजसेवी किशोर कोडवानी का कहना है कि इंदौर शहर में बहने वाली नदियों का पानी को अभी तक शुद्ध नहीं किया गया है. ट्रीटमेंट के नाम पर केवल झूठ परोसा गया है. उन्होंने कहा कि पिछले दिनों साधु-संतों को नदियों की सफाई दिखाकर अपने आप को नगर निगम प्रशासन सही साबित करने में लगा हुआ है जबकि स्थिति पूरी उल्टी है.

 

किशोर कोडवानी के अनुसार सीवरेज और नदी सफाई के नाम पर अब तक दो हजार करोड़ रुपए खर्च किए जा चुके हैं जबकि होना 170 करोड़ रुपए चाहिए था. इसके साथ ही उन्होंने सीधे तौर पर नगर निगम पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा दिया है. दरअसल शुक्रवार को समाजसेवी किशोर कोडवानी मीडिया को साथ लेकर इंदौर कान्ह नदी पर पहुंचे, जहां उन्होंने पत्रकारों से चर्चा की. इस दौरान उन्होंने बताया कि इंदौर के नदी-नालों के पानी को शुद्ध करने को लिए 15 साल में कई प्रोजेक्ट पर काम किया गया है. प्रशासन द्वारा वाटर प्लस का खिताब भी हासिल कर लिया गया लेकिन जमीनी स्तर पर इंदौर की नदियों का पानी अब तक शुद्ध नहीं हुआ है.

 

नई योजनाएं ला कर पैसा व्यर्थ कर रहा है शासन: किशोर कोडवानी

 

उन्होंने कहा कि हर बार शुद्धता के नाम पर नई योजनाएं ला कर शासन पैसा व्यर्थ कर रहा है. किशोर कोडवानी का कहना है कि प्रशासन द्वारा कई करोड़ रुपए ट्रीटमेंट प्लांट के नाम पर खर्च किया गया है लेकिन अब तक नदिया साफ नहीं हो सकी है, क्योंकि प्रशासन द्वारा जिस दिशा में काम किया जा रहा है, वह पूरी तरह से गलत है. किशोर कोडवानी का कहना है कि जिला प्रशासन और नगर निगम केवल सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के नाम पर एक बार फिर पैसा खर्च करने की तैयारी कर रहा है.

 

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