MP Indore Robbery Case: मध्य प्रदेश के इंदौर में हुई हाई प्रोफाइल डकैती के मामले में पुलिस अब तक कोई ठोस सुराग हासिल नहीं कर सकी है. आलम यह है कि 72 घंटे गुजरने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली है. अपराधी पुलिस से कहीं चार कदम आगे दिख रहे हैं. 72 घंटे के बाद भी पुलिस अपराधियों को ट्रैक नहीं कर पाई है. फिंगर प्रिंट, फ़ास्ट टैग लोकेशन सब गायब हैं. पुलिस ने इनाम की राशि बढ़ाकर 30 हजार कर दी है.
दरअसल, इंदौर में तीन दिन पहले लंदन विला टाउनशिप में इंडियन ऑयल डिपो के मैनेजर के घर डकैतों ने डाका डाला था. यहां से डकैत एक कार और सोने की अंगूठी लेकर फरार हो गए थे. डकैतों ने परिवार के लोगों को बंधक बनाकर आराम से डकैती की थी. इसके बाद पुलिस की दर्जनों टीम अपराधियों को खोजने के लिए अलग-अलग दिशाओं में भेजी गई लेकिन पुलिस के हाथ अभी भी खाली है. सिलसिले वार जानते हैं कि आखिर क्या वजह है, जिसकी वजह से पुलिस अपराधियों तक नहीं पहुंच पाई है.
इंदौर डकैती केस में फिंगरप्रिंट गायब
डकैत पुलिस से भी चार कदम आगे चल रहे हैं क्योंकि जब डकैत आए थे तो वे दस्ताने और नकाब पहन कर आए थे. दस्ताने पहनने से पुलिस को उनके फिंगरप्रिंट नहीं मिल सके. वहीं, चेहरे पर नकाब था इसलिए चेहरा नहीं पहचाना जा सका है. इसके अलावा डकैतों ने ज्यादा मूवमेंट भी नहीं किया ताकि पुलिस को बॉडी लैंग्वेज पता ना चल सके.
फास्ट टैग को भी डकैतों ने फाड़कर फेंका
दूसरा जो सबसे बड़ा बिंदु ये है कि डकैत कार और सोने की अंगूठी तो ले गए लेकिन मैनेजर और उनकी पत्नी के मोबाइल को टाउनशिप में ही फेंक गए. शायद वे इस बात को जानते थे कि अगर उन्होंने मोबाइल साथ में ले लिया तो पुलिस जीपीएस ट्रैकर से उन्हें पकड़ सकती है. इसके अलावा डकैतों ने कार पर लगा फास्ट टैग भी दो टोल पार करने के बाद फाड़ दिया था. दरअसल इसके पीछे वजह थी कि पुलिस कहीं उन्हें फास्ट टैग से पकड़ ना सके. इन लोगों ने जहां पर कार को छोड़ा वहां एक दुकानदार से कार को ले जाने को भी कह दिया था ताकि पुलिस जांच की दिशा भटक जाए.
इंदौर डकैती केस में इनाम की राशि बढ़ाई गई
बताया जा रहा है कि डकैतों ने कार को काली देवी हाईवे के पास हिम्मतगढ़ टर्न पर छोड़ दिया था. इसकी वजह यह है कि बदमाश चाहते थे कि पुलिस को ऐसा लगे कि अपराधी सरदारपुर कुक्षी या बदनावर के ग्रामीण इलाकों में कहीं गए हैं और पुलिस उसे क्षेत्र में जांच में उलझी रहे. हालांकि आदिवासी क्षेत्र में सक्रिय सोमल गैंग के बदमाशों पर पुलिस को संदेह है लेकिन पुलिस अभी उन तक नहीं पहुंच पाई है. पुलिस ने फिलहाल चार बदमाशों को हिरासत में जरूर लिया है लेकिन इसे कोई मजबूत जानकारी नहीं मिल पाई है. इधर इंदौर पुलिस कमिश्नर ने डकैतों पर इनाम की राशि बढ़ा दी है अब 10 हजार के बजाय 30 हजार का इनाम डकैतों पर घोषित किया गया है.
ये भी पढ़ें:
MP News: उज्जैन में बिना लाइसेंस चल रहा था मिर्च का कारखाना, 17 लाख क सामान जब्त