Indore Sia Masjid Poster Controversy: मध्य प्रदेश के इंदौर में एक पोस्टर सुर्खियों में है. इसे लेकर विवाद खड़ा हो गया है. यह पोस्टर इंदौर के कागजीपुरा की शिया समाज की मस्जिद पर लगा हुआ था. इसे लेकर क्षेत्रीय बीजेपी विधायक मालिनी गौड़ के बेटे ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए प्रशासन से कानूनी कार्रवाई की मांग की है. 


विधायक के बेटे एकलव्य गौड़ ने कहा, ''इंदौर के कागजीपुरा क्षेत्र में मस्जिद पर लगाया गया पोस्टर 'गजवा-ए-हिंद' के आतंक को दर्शाता. यह पोस्टर प्रशासन की शांति व्यवस्था को मुंह चिढ़ा रहा है. प्रशासन से निवेदन है कि इस पर तत्काल संज्ञान में लेकर दोषियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई हो.


शिया मस्जिद के सदस्यों ने पोस्टर हटाया


वहीं, इस पोस्ट के बाद प्रशासन ने मस्जिद कमेटी से बात की तो शिया मस्जिद के सदस्यों द्वारा पोस्टर को हटा दिया गया. वहीं, शिया समाज मस्जिद के सदस्य जियाउल हक नकवी ने कहा, ''बीजेपी विधायक पुत्र अपनी राजनीति चमकाने के लिए यह सब कर रहे हैं. यह पोस्टर आज से नहीं, बल्कि लंबे वक्त से लगा हुआ है.'' 


उन्होंने आगे कहा कि इसका 'गजवा ए हिन्द' से कोई लेना देना नहीं है. इस पर जो उर्दू भाषा में लिखा हुआ है, वह पैगम्बर साहब के बारे में लिखा हुआ है कि जिसका मौला है, अली भी उनके मौला हैं. लेकिन शिकायत की गई है तो हम भी कोई विवाद नहीं चाहते हैं, इसलिए यह पोस्टर हटा लिया गया है.


बीजेपी विधायक के बेटे एकलव्य गौड़ ने क्या कहा?
 
बीजेपी विधायक मालिनी गौड़ के पुत्र एकलव्य गौड़ का कहना है कि मस्जिद पर पोस्टर लगाया गया था, जिस पर करबला में दो सेना को दिखाया गया था. इसमें एक सेना के हाथ में भगवा झंडा दिखाया गया था, जो गजवा ए हिन्द को इंगित करता है. इसी को लेकर हमारी आपत्ति थी.


पोस्टर को लेकर कांग्रेस का बीजेपी पर हमला


वहीं, कांग्रेस के पूर्व महासचिव राकेश सिंह यादव ने कहा, ''गजवा ए हिन्द के नाम से आतंक फैलाने वाली बात कही जा रही है, वह झूठ है. पोस्टर में साफ दर्शाया गया है कि अन्याय के खिलाफ संघर्ष करना है, लेकिन राजनीति लाभ लेने के लिए यह प्रयास किए जा रहे हैं ताकि सांप्रदायिक माहौल खराब हो, हिन्दू-मुस्लिम झगड़े हों. जिसका सीधा लाभ सत्ताधारी दल के बीजेपी नेता को मिले. मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर संज्ञान में लाया गया है. ये सोची समझी रणनीति के तहत विवाद और झगड़े करवाना चाहते हैं.''


बता दे कि दिवाली के दूसरे दिन इसी शिया मस्जिद के पास छत्रीपुरा क्षेत्र में पटाखे जलाने को लेकर काफी विवाद हुआ था. इसमें दो समुदाय आमने सामने हो गए थे. इसी दौरान धार्मिक स्थल पर पथराव और गाड़ियों में तोड़फोड़ और आगजनी की घटना भी हुई थी. पुलिस की सतर्कता से शहर में बड़े विवाद बढ़ने से रोक लिया गया, लेकिन अब इस पोस्टर को लेकर राजनीति शुरू हुई है.


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