Indore Bal Ashram Case: मध्य प्रदेश के इंदौर के मल्हारगंज स्थित श्री युगपुरुष धाम में पांच बच्चों की मौत हो गई. इस मामले में प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है. श्री युगपुरुष धाम में घटना के दिन बच्चों को दिए गए भोजन की जानकारी में सामने आया है कि उन्हें कढ़ी, दाल, चावल, खिचड़ी और दलिया खाने को दिया गया था, जिसके बाद बच्चों की तबियत खराब हो गई थी.
इस मामले की जांच के लिए खाद्य सुरक्षा विभाग का दल कल मंगलवार को दो दिन पहले दिए गए भोजन का नमूना लेने के लिए पहुंचा, तो उन्हें सूखी खाद्य सामग्री के नमूने लेने पड़े.
इसके बाद जांच को लेकर कई तरह के सवाल खड़े होने शुरू हो गए हैं. कहा जा रहा है कि इस जांच में स्पष्ट कैसे होगा कि बच्चों ने जो खाया था, उसमें कोई खराबी नहीं थी. जिससे उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई.
जांच को लेकर उठ रहे हैं सवाल
बच्चों के भोजन को लेकर कई सवाल हैं, जैसे कि जिस दिन यह घटना हुई उस दिन कोई बाहरी सामग्री लाकर तो नहीं दी गई थी. या फिर उन्हें किसी तरह के फल, बासी भोजन, केक आदि खिलाया गया हो, जिसमें कुछ दूषित रहा हो. इसकी वजह सैकड़ों में से कुछ बच्चों की हालत बिगड़ गई.
जांच के दौरान आश्रम के पानी की टंकी का भी निरीक्षण नहीं किया गया है, जिसमें किसी पक्षी के गिरने या गंदगी होने की संभावना पर किसी ने गौर नहीं किया. फिलहाल कलेक्टर ने निर्देश दिया है कि जब तक जांच चल रही है बच्चों को संस्था का पानी और खाना खाने को नहीं दिया जाएगा.
कलेक्टर ने बनाई डॉक्टरों की टीम
आश्रम में हुई घटना की सूचना मिलते ही कलेक्टर आशीष सिंह सीधे आश्रम पहुंचे, जहां उन्होंने बच्चों पहले उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया. पीड़ित बच्चों का चाचा नेहरू अस्पताल में इलाज चल रहा है.
उपचार के लिए कलेक्टर के निर्देशानुसार डॉक्टरों की टीम दिन- रात तैनात रहेगी. कलेक्टर ने दो शिफ्ट में डॉक्टरों की ड्यूटी लगाई है, जिसमें सुबह से शाम तक पहली टीम और रात से लेकर सुबह तक दूसरी टीम में चाइल्ड स्पेशलिस्ट टीम तैनात रहेगी.
जांच के लिए बनी उच्च स्तरीय कमेटी
कलेक्टर ने आश्रम में हुई घटना को लेकर एक उच्च स्तरीय जांच कमेटी गठित की है. जिसमें अपर कलेक्टर गौरव बैनल के साथ संयुक्त संचालक महिला एवं बाल विकास विभाग डॉ संध्या व्यास, डॉ प्रीति मालपानी अधीक्षक चाचा नेहरू अस्पताल और वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ श्रीलेखा जोशी को शामिल किया गया है. यह कमेटी पूरे घटनाक्रम की जांच करेगी.
संभागी आयुक्त ने दिए ये निर्देश
आश्रम की घटना के बाद संभागीय आयुक्त दीपक सिंह ने निर्देश दिया कि जिले में कलेक्टर दल गठित करेंगे, जिसमें एसडीएम, तहसीलदार, स्वास्थ्य विभाग नगरी निकाय खाद्य लोक स्वास्थ्य मंत्री और खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारी को शामिल करेंगे.
संभागीय आयुक्त दीपक सिंह ने कहा कि यह दल जिले में संचालित होने वाले सभी सरकारी स्कूल, आंगनबाड़ी, छात्रावास और वृद्ध आश्रम की सूची तैयार करेगा. इसके बाद वहां पर शुद्ध पेयजल की उपलब्धता, जल स्रोत की जांच, भोजन की कच्ची सामग्री संग्रहण और भोजन निर्माण के बाद उसकी गुणवत्ता की जांच करेगा.
दो तहसीलदार समेत 6 अधिकारी तैनात
कलेक्टर ने अस्पताल में बच्चों की देखरेख के लिए दो तहसीलदार शेखर चौधरी और विकास रघुवंशी को तैनात किया है. इसके अलावा महिला बाल विकास के सीडीपीओ दिनेश मिश्रा और सतीश गंगराडे को श्री युगपुरुष धाम बौद्धिक मानसिक दिव्यांग बच्चों की देखरेख के लिए तैनात किया गया है.
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