Indore Son Killed Father: इंदौर में बाप बेटे के बीच शराब पीते वक्त विवाद हो गया. मां के समझाने के बाद भी नहीं मानने पर वह अपने परिजनों के पास चली गई. वहीं बेटे ने अकेला पाकर ईंट से पिता पर जानलेवा हमला कर दिया और पिता ने इलाज के दौरान अपनी जान गवां दी. इसके बाद मां ने बेटे के खिलाफ केस दर्ज करवाया जिसके आधार पर पुलिस हत्यारे बेटे की तलाश में जुट गई है.


दरअसल सबसे साफ स्वच्छ शहर इंदौर में बाप-बेटे के रिश्ते को कलंकित करने वाली यह घटना रंगपंचमी के अवसर पर सामने आई है. जिसमें एक बेटे ने ही बाप को मौत के घाट उतार दिया. बेटा नशे का आदी है. नशे करते वक्त हुए विवाद में पिता को घर में अकेला पाकर पहले उन्हें लात-घूंसों से बुरी तरह पीटा और फिर मुंह पर ईंट मार दी जिससे घायल पिता की मौत हो गई.


शराब पीते-पीते हुआ विवाद


इधर एमजी रोड थाना प्रभारी संतोष सिंह यादव ने बताया कि घटना क्षेत्र के जेल रोड के उषा फाटक की है जहां सुनील पिता पिराजी (62) और उसका बेटा हितेश दोनों आए दिन साथ बैठकर शराब पिया करते थे. शनिवार रात भी दोनों अपने घर पर ही बैठकर शराब का सेवन कर रहे थे. उसी बीच हुई कहासुनी में दोनों के बीच विवाद हुआ. सुनील की पत्नी दोनों की इसी आदत से परेशान होकर वह करीब ही रहने वाली अपनी बहन के लड़के के यहां चली गई थी.


पिता की लात-घूसों से पिटाई, ईंट से ली जान


इसी दौरान बेटे हितेश का पिता से नशे में जमकर विवाद हुआ. घर में मां नहीं थी और उस मौके का फायदा उठाकर हितेश ने पहले लांत-घूंसों से पिता के पेट में बुरी तरह मारा और फिर पास में पड़ी एक ईंट से मुंह पर वार कर दिया जिससे उसके आंख के पास गहरी चोट लग गई. इसके बाद घायल हालत में पिता को छोड़कर वह घर के बाहर सो गया. जब पत्नी लौटी तो पति को घायल हालत में पड़ा देख उसे एमवायएच हॉस्पिटल ले गई.


मां बेटे के खिलाफ दर्ज कराया पति की मौत का केस


पत्नी ने थाने जाकर बेटे हितेश के खिलाफ पिता पर जानलेवा हमला करने का केस भी दर्ज करवाया था. लेकिन इलाज के दौरान रविवार शाम पिता सुनील की मौत हो गई. जिसके बाद एमजी रोड पुलिस ने बेटे हितेश के खिलाफ धाराओं में बढ़ोतरी करते हुए अपने ही पिता की हत्या करने की धाराओं में केस दर्ज कर लिया और आरोपी हितेश की तलाश शुरू कर दी है जो घटना के बाद से फरार हो गया था.


ये भी पढ़ें: MP News: ध्वज चल समारोह में निकाले गए मन्नतों के झंडे, शिक्षा मंत्री से लेकर DM-DSP ने भी घुमाया भाला