Indore Student News: मध्य प्रदेश के सबसे तेजी से बढ़ते शहर इंदौर (Indore) में बेरोजगारी के चलते शिक्षित युवाओं का ऐसा जनआंदोलन जारी है जो अब अन्ना आंदोलन की याद दिलाता नजर आ रहा है. कभी सुंदरकांड तो कभी ताली-थाली बजाकर एमपी की शिवराज सरकार को जगाने का प्रयास कर रहे स्टूडेंट्स की एकता जेल भरने को भी तैयार है. एकजुट होकर बेरोजगार युवाओं ने मध्य प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. 


भोपाल कूच करने की दी चेतावनी


नेशनल एजुकेटेड यूथ यूनियन द्वारा पिछले कुछ दिनों से इंदौर में सरकारी भर्तियों पर लगी रोक को लेकर अनूठा सत्याग्रह कर रही है. सत्याग्रह की राह पर चलकर मोर्चा खोलने वाले बेरोजगार युवाओं से एमपी में सरकार द्वारा 2018 में शिक्षक भर्ती परीक्षा के लिए आवेदन आमंत्रित किया गया था. जिसके बाद 2019 में परीक्षा का आयोजन कर 2020 में रिजल्ट घोषित किए गए थे. जिसमें चयनित होने के बाद भी आज सरकार द्वारा भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं की गई. इसके अलावा एमपीपीएससी सहित अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं और बैकलॉग भर्ती पर सरकार के रुख से आहत स्टूडेंट्स ने आर-पार की लड़ाई का मन बना लिया. स्टूडेंट्स ने सरकार को इंदौर से चेतावनी दी है कि यदि 7 दिन के भीतर उन्हें माकूल जबाव नहीं मिला तो वो इंदौर से प्रदेशभर के युवाओं को एकत्रित कर भोपाल कूच कर सीएम से सीधी बात कर जबाव मांगेंगे.


इंदौर कलेक्टर को धरना स्थल पर बुलाने की मांग की


रविवार को इंदौर में युवाओं की एकत्रित भीड़ ने अन्ना आंदोलन की यादें ताजा कर दी. दरअसल बेरोजगार युवाओं ने भोलाराम उस्ताद मार्ग पीपल्यापाला स्थित धरना स्थल से हजारों की संख्या में पैदल मार्च कर रिगल स्थित गांधी प्रतिमा पर धरना देते हुए गांधी प्रतिमा पर ज्ञापन भी सौपा. धरना स्थल पर धरना दे रहे युवा स्टूडेंट्स की मांग थी कि इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह उनकी मांग को सुनने के लिये आयें और उनकी मांगों को सीधे सीएम शिवराज तक पहुंचाए.


स्टूडेंट्स की बढ़ती भीड़ को देखकर पुलिस और प्रशासन के भी हाथ पैर फूल गए थे. क्योंकि किसी को उम्मीद नहीं थी कि इतनी बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स बड़ा कदम उठाएंगे. हालांकि कलेक्टर के नहीं आने पर जेल भरो आंदोलन की चेतावनी देने वाले युवाओं को अपर कलेक्टर ने जानकारी दी कि कलेक्टर मनीष सिंह इंदौर में नही हैं. यदि वो इंदौर में होते तो उनसे मिलने जरूर आते. वहीं उन्होंने कहा कि स्टूडेंट्स की मांग को सरकार तक पहुंचाया जाएगा. कलेक्टर मनीष सिंह मंगलवार को जब इंदौर में होंगे तो वे युवाओं से मिलेंगे.


अगामी विधानसभी पर पड़ सकता है असर


बेरोजगार युवा स्टूडेंट्स ने सरकार को चेतावनी दी है कि यदि सही समय पर उनकी मांग पर एक्शन नहीं लिया तो वो सीधे सीएम हाउस कूच करेंगे और सरकार का घेराव करेंगे. फिलहाल सरकार के लिये स्टूडेंट्स की मांग पर विचार कर अमलीजामा पहनाना एक बड़ी चुनौती है. ऐसे में आने वाले समय में बेरोजगारी को लेकर एक बड़ा जनआंदोलन मध्य प्रदेश में खड़ा हो सकता है. जिसका सीधा असर आगामी विधानसभा चुनाव पर पड़ने के आसार भी नजर आ रहे हैं.


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