Indore Temple Collapse Highlits: इंदौर मंदिर हादसे में 13 लोगों की मौत, मृतकों के परिजनों को मिलेंगे 5-5 लाख रुपये
Indore Temple Collapse: इंदौर हादसे के मृतकों के लिए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने 5-5 लाख रुपये मुआवजे का एलान किया है. साथ ही घटना की मजिस्ट्रेट जांच के भी आदेश दिए गए हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से आज इंदौर हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों के लिए मुआवजे का एलान किया गया है. पीएमओ की तरफ से ट्वीट किया गया, इंदौर में हुई दुर्भाग्यपूर्ण त्रासदी में प्रत्येक मृतक के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष की ओर से दो-दो लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये दिए जाएंगे.
इंदौर हादसे को लेकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी दुख जाहिर किया है. उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि इंदौर में हुए हादसे में कई लोगों के निधन के समाचार से मुझे गहरा दुःख हुआ है. सभी शोक-संतप्त परिवारों के प्रति मैं गहन शोक-संवेदनाएं व्यक्त करती हूं तथा घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं.
इंदौर हादसे को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुआवेज का एलान कर दिया है. उन्होंने कहा कि मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी, जबकि घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे. दुःख की इस घडी में हम पीड़ित परिवार के साथ हैं.
मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि इंदौर हादसे में 13 लोगों की मौत हो गई. वहीं मृतकों के परिवार को 4-4 लाख रुपये मुआवजा दिया जाएगा.
इंदौर हादसे को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि मध्य प्रदेश के इंदौर में हुआ हादसा अत्यंत दुःखद है. शोकाकुल परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं. स्थानीय प्रशासन बचाव कार्य में लगा हुआ है. ईश्वर से घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं.
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस हादसे को लेकर कहा कि बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर, इंदौर (मध्य प्रदेश) में आज छत धंसने का समाचार प्राप्त हुआ है. पुलिस और NDRF की टीम बचाव कार्य कर रही है. भगवान से सबके सुरक्षित होने की प्रार्थना करता हूं.
इंदौर में हुए हादसे में 4 लोगों की मौत की पुष्टि कमिश्नर इंदौर पुलिस मकरंद देउसकर द्वारा की गई है. पुलिस कमिश्नर ने बताया कि अब तक चार शव बाहर निकाले जा चुके हैं, जिसमें 2 महिलाएं शामिल हैं. उन्होंने बताया कि लगातार अभी रेस्क्यू चल रहा है. अभी यह नहीं बताया जा सकता कि अंदर और कितने लोग हो सकते हैं.
इंदौर के पुलिस अधिकारियों के मुताबिक हादसे में अब तक 19 लोगों को रेस्क्यू कर लिया गया है. वहीं चार लोगों की इस हादसे में मौत हो गई है.
हादसे के बाद चीख पुकार सुनते ही आस पास के रहवासी भी मंदिर में पहुंचे उस समय अफरा तफरी का माहौल हो गया. घटना की जानकारी मिलते ही क्षेत्रीय पुलिस सहित एनडीआरएफ की टीम जिला प्रशासन का अमला व पुलिस कमिश्नर भी मौके पर पहुंचे और बावड़ी में गिरे हुए लोगो को निकालने का काम शुरू किया गया.
बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में पूजन अर्चना चल रही थी अचानक मंदिर स्थित प्राची बावड़ी धंस गई जिसमे मंदिर में मौजूद पूजा अर्चना कर रहे लोग हादसे का शिकार हो गए. घटना होते ही मौजूदा लोगो में खलबली मच गई.
इंदौर हादसे में चार लोगों की मौत की पुष्टि हुई है. वहीं करीब 15 लोगों को बाहर निकाल लिया गया है. रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है.
इंदौर के कलेक्टर इलैया राजा टी ने बताया कि बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में लोग कुंए के पास पूजा के लिए एकत्रित हुए लेकिन ज्यादा वजन पड़ने के कारण कुआं धंस गया और 25 लोग गिर गए. 15 लोगों को बचाया गया है और 4-5 लोगों को बाहर निकालना बाकी है. SDRF की टीम मौके पर मौजूद है, बचाव कार्य जारी है.
इंदौर के कलेक्टर इलैया राजा टी ने बताया कि बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में लोग कुंए के पास पूजा के लिए एकत्रित हुए लेकिन ज्यादा वजन पड़ने के कारण कुआं धंस गया और 25 लोग गिर गए. 15 लोगों को बचाया गया है और 4-5 लोगों को बाहर निकालना बाकी है. SDRF की टीम मौके पर मौजूद है, बचाव कार्य जारी है.
प्रत्यक्षदर्शी डॉ अनिल महाजन ने बताया कि घटना करीब 11:30 बजे की जिस समय पूजा अर्चना के लिए लोग बावड़ी के किनारे पर बैठे हुए थे. अचानक बावड़ी धंसी और वहां बैठे लोग हादसे का शिकार हो गए.
इंदौर हादसे में बावड़ी में फंसे लोगों में से अब तक करीब 15 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है. रेस्कयू ऑपरेशन लगातार जारी है.
वहीं इंदौर हादसे को लेकर केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी बावड़ी में फंसे लोगों की सलामत बाहर निकलने की दुआ की है. उन्होंने लिखा कि इंदौर (मध्य प्रदेश) में हुई दुर्घटना से मुझे गहरी वेदना की अनुभूति हुई है. प्रदेश सरकार द्वारा बड़ी तत्परता के साथ राहत एवं बचाव कार्य चलाया जा रहा है. जो लोग इस दुर्घटना में अभी भी फंसे हुए हैं मैं उनके सकुशल होने की ईश्वर से कामना करता हूं.
घटनास्थल पर मौजूद एक शख्स ने बताया कि धार्मिक कार्यक्रम के दौरान मंदिर में पुरातन बावड़ी की छत पर श्रद्धालुओं की काफी भीड़ इकट्ठा हो गई थी और छत ज्यादा लोगों का बोझ नहीं सहन कर सकी.
इंदौर हादसे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सीएम शिवराज से जानकारी ली. उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि इंदौर में हुए हादसे से बेहद आहत हूं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से बात की और स्थिति की जानकारी ली. राज्य सरकार बचाव और राहत कार्य में तेजी से आगे बढ़ रही है. मेरी प्रार्थना उन सभी प्रभावितों और उनके परिवारों के साथ है.
हादसे की जानकारी देते हुए सीएम शिवराज सिहं चौहान ने कहा कि हम सब पूरी ताकत से रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे हैं. मैं लगातार संपर्क मे हूं. अभी तक 10 लोग निकाले गए हैं, 10 लोग अभी और अंदर हैं. हमने बेहतर से बेहतर संसाधन लगाए हुए हैं, लगातार प्रयास किए जा रहे हैं
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Indore Temple Collapse: मध्य प्रदेश के इंदौर में रामनवमी पर श्री बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर पर बावड़ी की छत धंसने से हादसा हो गया. इसमें 25 से ज्यादा लोग बावड़ी में गिर गए. बताया जा रहा है कि अब तक इनमें से 10 लोगों को बाहर निकाल लिया गया है. वहीं रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर कलेक्टर इंदौर कमिश्नर से फोन पर चर्चा कर रेस्क्यू ऑपरेशन को तेज करने के निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री कार्यालय, इंदौर जिला प्रशासन से निरंतर संपर्क में है. इंदौर पुलिस के आला अधिकारी, जिला प्रशासन के आला अधिकारी घटनास्थल पर मौजूद है.
वहीं हादसे को लेकर सीएम शिवराज सिहं चौहान ने कहा, ''हम सब पूरी ताकत से रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे हैं. मैं लगातार संपर्क मे हूं. अभी तक 10 लोग निकाले गए हैं, 10 लोग अभी और अंदर हैं. हमने बेहतर से बेहतर संसाधन लगाए हुए हैं, लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. 19 लोगों की जानकारी मैंने आपको दी है, अंदर फंसे सभी लोगों को निकालने में कामयाब होंगे. अभी तक कोई दुर्भाग्यपूर्ण खबर नहीं है.''
डिजास्टर मैनेजमेंट एक्सपर्ट अंजलि क्वात्रा ने कहा, ''प्रशासन ने तेजी से रिस्पॉन्स किया है, यह अच्छी बात है. लेकिन बड़ा सवाल है कि धार्मिक स्थानों पर हर बार ही ऐसे हादसे क्यों होते हैं. हम पहले से तैयारियां क्यों नहीं करते? जहां हादसा हुआ है वो बेहद संकरी जगह है लेकिन फिर भी प्रशासन ने तेजी दिखाई है. स्थानीय लोग भी रेस्क्यू में मदद कर रहे हैं.
एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि धार्मिक कार्यक्रम के दौरान मंदिर में पुरातन बावड़ी की छत पर श्रद्धालुओं की काफी भीड़ इकट्ठा हो गई थी और छत ज्यादा लोगों का बोझ नहीं सहन कर सकी और हादसा हो गया. वहीं अब तक कई लोगों को बावड़ी से निकाला जा चुका है. साथ ही प्रशासन ने रेस्क्यू ऑपरेशन तेज कर दिया है.
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