Indore Tample Tragedy : मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में रामनवमी के अवसर पर गुरुवार को हवन के दौरान बावड़ी की छत गिरने से 13 लोगों की मौत हो गई. इंदौर के पुलिस आयुक्त मकरंद देवस्कर ने चश्मदीदों के  हवाला देते हुए कहा कि पटेल नगर में बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में दुर्घटना के बाद लगभग 30-35 श्रद्धालु बावड़ी में गिर गए. इससे पहले एक प्रत्यक्षदर्शी ने ये संख्या करीब 25 बताई थी.


प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर जताया दुख, सीएम शिवराज सिंह से की बात


 अधिकारियों ने बताया कि अब तक 19 लोगों को बचाया गया है. इंदौर कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी. दुर्घटना के तुरंत बाद दुख जताते हुए कहा कि पीड़ितों में से 13 की मौत हो गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया है, “इंदौर में हुए हादसे से बेहद पीड़ा हुई. सीएम शिवराज चौहान जी से बात की और स्थिति की जानकारी ली. राज्य सरकार बचाव और राहत कार्य तेजी से चला रही  है. मेरी प्रार्थना सभी प्रभावितों और उनके परिवारों के साथ है.”


बावड़ी की छत नहीं सह पाई इतने अधिक श्रद्धालुओं की भीड़


एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि धार्मिक कार्यक्रम के दौरान मंदिर की बावड़ी की छत पर श्रद्धालुओं की काफी भीड़ थी. उन्होंने कहा कि चूंकि ढांचा इतने लोगों का भार सहन नहीं कर सका, इसलिए वह ढह गया. हादसे के बाद लोग हादसे के समय मंदिर परिसर में मौजूद अपने परिजनों को तलाशते हुए मंदिर के पास जमा हो गए. पटेल नगर रेजिडेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष कांतिभाई पटेल ने कहा कि दुर्घटना के बारे में अधिकारियों को सूचित किए जाने के बाद भी एक घंटे तक कोई एम्बुलेंस मौके पर नहीं पहुंची.



पूरी ताकत से बचाव कार्य में जुटा प्रशासन 


स्थानीय निवासियों ने बताया कि प्राचीन बावड़ी के ऊपर पटिया लगाकर मंदिर का निर्माण किया गया है. एक अधिकारी ने कहा कि मुख्यमंत्री चौहान ने इंदौर कलेक्टर और पुलिस आयुक्त से भी फोन पर बात की और उन्हें बचाव अभियान में तेजी लाने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए पूरी ताकत से प्रयास जारी हैं.


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