Indore News: इंदौर में भी हुआ सर्दियों का आगाज, तापमान में भारी गिरावट के साथ गर्म कपड़ों का सीजन शुूरू
मध्य प्रदेश के इंदौर में लोगों को ठंड का अहसास होने लगा है. मौसम विभाग ने बताया कि आने वाले 25 नवंबर तक इंदौर का तापमान 10 से 12 डिग्री के बीच जा सकता है.
MP News: मध्य प्रदेश में भी अब धीरे धीरे मौसम बदलने लगा है. एमपी के इंदौर में भी लोगों को सर्दी का अहसास होने लगा है. दरअसल, वैसे तो मालवा क्षेत्र में स्थित इंदौर शहर में कड़ाके की ठंड प्रति वर्ष पड़ती है, लेकिन इस बार ठंड अपने पिछले कुछ सालों का रिकॉर्ड तोड़ सकती है. प्रतिवर्ष 15 नवंबर के बाद पड़ने वाली कड़ाके की ठंड ने नवंबर महीने की शुरुआत में ही अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है. जिसके कारण शहर के नागरिकों को अभी से गर्म कपड़ों का सहारा लेना पड़ रहा है, वहीं बदले मौसम के कारण मौसमी बीमारियों से पीड़ित मरीजों की संख्या भी बढ़ने लगी है. जिससे अस्पतालों में मरीजों की भीड़ बढ़ने लगी है.
क्या कहा मौसम विभाग ने?
मौसम विभाग के जानकारों के अनुसार विक्षोभ का असर खत्म होते ही अब फिर से तापमान में गिरावट शुरू हो गई है. जिससे रात के तापमान में 2.5 डिग्री की कमी देखी गई है. शुक्रवार रात को पारा 17.1 डिग्री था, जो शनिवार रात को घटकर 14.6 डिग्री पर आ गया. 31 अक्टूबर की रात को पारा 14.2 डिग्री हो चला था. जिसके बाद यह दूसरा मौका है जब न्यूनतम तापमान का यह निचला स्तर है. जिससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि ठंड़ अपने 10 साल पहले का रिकॉर्ड तोड़ सकती है. जिससे लोगों को सर्दी का अहसास होगा. घटते तापमान के अनुसार यह अनुमान लगाया जा रहा है कि 25 नवंबर के बाद रात का तापमान 10 से 12 डिग्री के बीच जा सकता है. मौसम विभाग के अनुसार आने वाले कुछ दिन आसमान साफ रहेगा, क्योंकि पश्चिमी विक्षोभ का असर 10 नवंबर से ही समाप्त हो चुका है. जिसके चलते आसमान सुबह से शाम तक साफ नजर आ रहा है और अगले कुछ दिनों तक मौसम इसी तरह का रहने का अनुमान है. हालांकि धीरे-धीरे ठंड बढ़ने लगी है. इंदौर शहर में अब शाम 5 बजे से ही ठंडक महसूस हो रही है. जो अगले दिन सुबह 9 बजे तक लगती है.
क्या कहा जिला मलेरिया अधिकारी दौलत पटेल ने?
वहीं मौसम में हो रहे परिवर्तन के चलते मौसमी बीमारियों से पीड़ित मरीजों की संख्या भी अस्पतालों में बढ़ने लगी है. जिला मलेरिया अधिकारी दौलत पटेल ने बताया कि अस्पतालों में मौसमी बीमारियों से ग्रसित मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है. जिनमे बच्चे भी शामिल है. हमारी टीम के द्वारा डेंगू और अन्य बीमारियों की रोकथाम के लिए दवाइयों का छिड़काव और घर घर जा कर डेंगू के लार्वा को नष्ट करने का काम कर रही है. गौरतलब है कि मौसम परिवर्तन के साथ ही प्रतिवर्ष मौसमी बीमारियों की शुरुआत हो जाती हैं, लेकिन इस बार समय से पहले गुलाबी ठंड ने जो अपना असर दिखाना शुरू किया है वो कहीं ना कहीं स्वास्थ्य अधिकारियों के लिए एक बड़ी चुनौती साबित हो रही है. यही वजह है कि स्वास्थ्य अधिकारियों ने बीमारियों की रोकथाम के लिए उपाय करना शुरू कर दिए है.