Indore News: इंदौर के अन्नपूर्णा तालाब में हजारों मछलियों की मौत का मामला सामने आया है. मृत मछलियों की बदबू के कारण राहगीरों का इलाके से गुजरना दुश्वार हो गया है. नागरिक उद्यान के कर्मचारी प्रहलाद प्रजापत ने मछलियों की मौत के पीछे जहरीली दवा की आशंका जताई है. उन्होंने कहा कि मछली व्यापार से जुड़े लोगों की नजर तालाब पर रहती है. रात के अंधेरे का फायदा उठाकर लोग तालाब से मछली निकालकर बाजार में बिक्री करते हैं. कोई रोकने टोकने वाला नहीं है. पिछले तीन दिनों में करीब 60 से 70 हजार मछलियां तालाब में मरी हुई पाई गई हैं. उन्होंने कहा कि तालाब का पानी जहरीला होने से मछलियों की मौत हुई होगी. घटना की शिकायत इंदौर नगर निगम को कर दी गई है.


तालाब में कैसे हुई हजारों मछलियों की मौत?


बतया जा रहा है कि इंदौर नगर निगम ने स्मार्ट सिटी के तहत अन्नपूर्णा तालाब का गहरीकरण करने की एक योजना बनाई थी. निगम कर्मचारियों ने तालाब का गहरीकरण कर आसपास बाउंड्री वॉल बना दी मगर देखरेख की व्यवस्था नहीं की गई. यही कारण है कि मछली का व्यापार करने वालों की तालाब पर बुरी नजर रहती है. नगर निगम के जलकार्य प्रभारी अभिषेक शर्मा ने बताया कि मछलियां मरने की जानकारी मिली है.


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लैब की रिपोर्ट से पता चलेगा असली कारण


निगम की टीम को भेजकर मछलियां तालाब से निकलवाई जा रही हैं ताकि बदबू से निजात मिल सके. उन्होंने आगे बताया कि तालाब के पानी को भी मेडिकल टेस्ट के लिए लैब भेजा गया है. लैब की रिपोर्ट आने के बाद ही मछलियों की मौत का असल कारण सामने आ सकेगा. उन्होंने कहा कि मरी हुई मछलियों को बाजार में बेचने की बात भी सामने आई है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि मछली बाजार पर नजर रखी जा रही है. मरी हुई मछलियों को बेचते हुए पकड़े जाने पर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी.


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