Indore Smart City Summit: इंदौर में पहली बार तीन दिवसीय स्मार्ट सिटी शिखर सम्मेलन का आयोजन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की मौजूदगी में 27 सितंबर को होने जा रहा है. इसके मद्देनज़र इंदौर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहेंगे. इस दौरान पुलिस प्रशासन के सामने अनंत चतुर्दशी चल समारोह की सुरक्षा की चुनौतियां भी रहने वाली हैं. इस दृष्टि से पुख्ता सुरक्षा योजना बनाई गई है.
अधिकारियों का कहना है कि जनवरी में हुए प्रवासी भारतीय सम्मेलन और ग्लोबल इन्वेस्टर मीट की तर्ज पर माकूल सुरक्षा व्यवस्था की जाएगी. गौरतलब है कि केंद्र ने पहली बार राष्ट्रीय स्मार्ट सिटी शिखर सम्मेलन की मेजबानी का जिम्मा इंदौर को सौंपा है. 27 से 29 सितंबर तक होने वाले राष्ट्रीय सम्मेलन में करीब 2000 अति विशिष्ट लोगों का जमावड़ा रहने वाला है. वहीं देश भर में घोषित किए गए 100 स्मार्ट सिटी के सीईओ सहित अन्य विशेष अतिथि भी यहां मौजूद रहने वाले हैं. राष्ट्रपति इस मौके पर विशेष रूप से मौजूद रहेंगी और पहले ही दिन 27 सितंबर को आयोजित होने वाले अवार्ड सेरेमनी में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट से संबंधित अवार्ड वितरित करेगी.
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बता दें ब्रिलिएंट कन्वेंशन सेंटर में होने वाले आयोजन में 62 अवार्ड राष्ट्रपति के हाथों दिए जाने हैं और इस मौके पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और अति विशिष्ट अतिथि भी मौजूद रहने वाले हैं. इस आयोजन को देखते हुए पुलिस अभी से एक्टिव हो गयी है. अधिकारियों ने कहा कि वरिष्ठ पुलिस अफसर के मुताबिक स्मार्ट सिटी शिखर सम्मेलन के लिए इंदौर समेत मध्य प्रदेश के सभी जिलों से पुलिस बल भी बुलाया गया है. एयरपोर्ट से लेकर आयोजन स्थल तक कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की तैयारी की गई है. वहीं बड़े आयोजन के मद्देनज़र सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त भी किए गए हैं. सुरक्षा के लिए केंद्रीय कोर्स के साथ एटीएस के कमांडो की तैनात भी रहेगी.
इस सम्मेलन के दौरान इधर शहर में अनंत चतुर्दशी झांसी चल समारोह को लेकर भी पुलिस और प्रशासन के सामने बड़ी चुनौती है. पुलिस कमिश्नर मकरंद देउस्कर का कहना है कि पुलिस और प्रशासन दोनों ही स्तर पर सुरक्षा योजना तैयार कर ली है. सम्मेलन के दौरान शहर की सुरक्षा और यातायात व्यवस्था सही करने गतिविधियों को सामान्य रूप से चलें यह सुनिश्चित किया जाएगा. 28 तारीख की रात शहर में झील मिलती झांकियां का कारवां निकलने वाला है. झांकी मार्ग पर सुरक्षा व्यवस्था में स्थानीय करीब 5000 पुलिस कर्मियों का बल तैनात रहेगा. इधर एक दर्जन से ज्यादा वॉच टावर और सीसीटीवी कैमरा के जरिए झांकी मार्ग की निगरानी की जाएगी. पांच ड्रोन का उपयोग यहां पर किया जाएगा. वहीं झांकी और अखाड़े पर प्रभारी की मॉनीटरिंग भी होगी.