Indore News: स्वच्छता में नंबर-1 बनने के बाद इंदौर में ट्रैफिक पर जोर, व्यवस्थाओं को कैशलेस बनाने की तैयारी
मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में ट्रैफिल पुलिस कैशलेस होने की तरफ बढ़ रही है. यहां चालान काटने के लिए पीएसओ मशीन का इस्तेमाल किया जा रहा है.
MP News: देशभर में स्वच्छता (Cleanliness) में नंबर वन का तमगा हासिल करने वाला शहर इंदौर (Indore) अब बहुत जल्द ही ट्रैफिक (Traffic) में भी नंबर वन बनने को तैयार है. ट्रैफ़िक पुलिस अपनी व्यवस्थाओं को भी कैशलेस करने जा रही है. देश के प्रधानमंत्री ने डिजिटल इंडिया (Digital India) की नींव रखकर देश में होने वाले हर एक ट्रांजेक्शन को कैशलेस बनाने का जो सपना देखा है उसी सपने को साकार करने के लिए अब इंदौर की ट्रैफिक पुलिस भी कैशलेस होने की तैयारी में है.
ट्रैफिक पुलिस की ईमानदारी पर उठते हैं सवाल
ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने पर वाहन चालकों से कैश के रूप में जुर्माना लिया जाता है. इस वजह से कई बार ट्रैफिक पुलिस की ईमानदारी पर भी सवाल उठते हैं. कैशलेस ट्रैफिक बनाने के लिए 90 पीएसओ मशीनें प्रशासन ने मंगवाई हैं. पुलिस कमिश्नर हरिनारायण मिश्र ने बताया कि इंदौर पुलिस कैशलेस की ओर अग्रसर हो रही है. जैसे-जैसे डिजिटल पेमेंट सिस्टम आ रहे हैं. वैसे पुलिस भी अपने आप को डिजिटल करने में जुटी हुई है. फिलहाल अभी 90 पीएसओ मशीन आ चुकी है. जिन्हें अलग-अलग चौराहों पर यातायात पुलिसकर्मी को दी गई है.
आम जनता की परेशानी दूर होगी - पुलिस कमिश्नर
उन्होंने बताया कि अब यातायात पुलिस पीएसओ मशीन से चालान काटेगी ताकि किसी प्रकार की कोई समस्या आम लोगों को ना हो सके. देश में कई बार पुलिस पर आरोप लगते हैं. अब डिजिटल पेमेंट करने से आम जनता की परेशानियां दूर हो सकेंगी. देश भर में अपनी एक अलग पहचान बनाने वाला इंदौर शहर डिजिटल इंडिया की तर्ज पर ट्रैफ़िक व्यवस्थाओं को कैशलेस कर रहा है.
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