Indore Traffic Police: मध्य प्रदेश की व्यावसायिक राजधानी इंदौर में बड़ी संख्या में युवा मोटरसाइकिलों में मॉडिफाइड साइलेंसरों का उपयोग करते हैं, जो मोटर व्हीकल एक्ट (MVA) का उल्लंघन करना है. यातायात विभाग के पुलिस उपायुक्त अरविंद तिवारी ने बताया कि पुलिस ने बीते महीने (नवंबर में) मॉडिफाइड साइलेंसर चलाने वाले वाहन चालकों के खिलाफ अभियान शुरू किया था.


इस अभियान के तहत 1500 से ज्यादा लोगों के चालान काटे गए हैं. इसके अलावा, एक हजार साइलेंसर जब्त किए जा चुके हैं. इन साइलेंसरों पर बुलडोजर चला दिया गया है. पुलिस विभाग की ही निरीक्षक रेखा सिंह ने खुद बुलडोजर पर बैठकर साइलेंसर को नष्ट किया. पुलिस विभाग का मानना है कि ऐसा करने से लोगों का ध्यान इस ओर आकर्षित होगा.

मॉडिफाइड साइलेंसर पर बुलडोजर चलाने की कार्रवाई धार्मिक नगरी उज्जैन से शुरू हुई थी. इसके बाद भोपाल और अन्य शहरों में भी लगातार अभियान चल रहा है. इंदौर पुलिस ने पिछले महीने 350 साइलेंसर पर बुलडोजर चलाया था. पुलिस ने एक बार फिर लोगों से अपील की है कि वे महिला, बुजुर्ग और बच्चों की सुरक्षा की दृष्टि से मॉडिफाइड साइलेंसर का उपयोग न करें.


इंदौर पुलिस ने दुकानदारों को दी चेतावनी
इंदौर के पुलिस उपायुक्त अरविंद तिवारी ने यह भी कहा है कि अब उन दुकानदारों पर भी कार्रवाई की जाएगी, जो गैर कानूनी रूप से मॉडिफाइड साइलेंसर का विक्रय कर रहे हैं. इसलिए उन्होंने दुकानदारों को भी चेतावनी देते हुए कहा है कि मोटर व्हीकल एक्ट के उल्लंघन में सहयोगी न बनें. इसके लिए मॉडिफाइड साइलेंसर की खरीद फरोख्त से बचें.


आजकल के ज्यादातर युवा अपनी मोटरसाइकिल में मॉडिफाइड साइलेंसर लगवाते हैं. इन भारी साइलेंसर से निकलने वाली आवाज कानों के लिए काफी नुकसानदेह होती है. इसके साथ ही इससे बड़े और बुजुर्गों को भी दिक्कत होती है. ऐसे में इंदौर यातायात विभाग की पुलिस ने इस मामले को ध्यान में रखते हुए इस तरह का कदम उठाया है.


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