Madhya Pradesh News: जुड़वा बच्चों के मामले में हमेशा गलती होती रहती है. ऐसी ही गलती मध्य प्रदेश के इंदौर के बड़वाह में सामने आई है, जहां पर एक परिवार जुड़वा बच्चियों के चक्कर में एक बच्ची को रेस्टोरेंट में छोड़कर आगे चल दिया. दो कारों से निकले परिवार को लगा कि दोनों बेटियां कार में बैठ गई हैं, लेकिन ऐसा नहीं था दोनों बच्चों में से केवल एक बच्ची ही कार में बैठी थी जबकि दूसरी बच्ची रेस्टोरेंट में ही छूट गई. परिवार काफी आगे निकल गया और जब आगे जाकर बच्ची की खोजबीन की तो पता चला कि बच्ची तो रेस्टोरेंट में ही रह गई. 


इधर बच्ची का रेस्टोरेंट में रो-रो कर बुरा हाल था. स्थानीय पुलिस की मदद से बच्ची को पुलिस थाने लाया गया और बच्ची के माता-पिता की खोजबीन की गई. सोशल मीडिया पर मैसेज वायरल करने  के बाद आखिरकार बच्ची के माता-पिता का पता चल गया और बच्चों को सकुशल परिवार के हवाले कर दिया गया. दरअसल, बुधवार रात करीब 11.30 बजे बड़वाह थाने पर पंचवटी होटल के कर्मचारी मोहन सिंह अपने साथी शंभु सिंह अन्य दो व्यक्तियों के साथ करीब दो साल  की बच्ची को लेकर थाने आए. जहां उन्होंने बताया कि पंचवटी होटल पर यह बच्ची अकेली रो रही थी.


इसके माता-पिता शायद गलती से इसे छोड़कर चले गये. इस संबंध में एसडीओपी अर्चना रावत ने थाना प्रभारी निर्मल श्रीवास को बच्ची के माता-पिता की तलाश करने के निर्देश दिये. इसके बाद श्रीवास ने पुलिस टीम गठित कर बच्ची के माता-पिता की तलाश शुरू की. पुलिस टीम ने रात में ही बच्ची के माता पिता की तलाश शुरू की और आसपास के थानों पर इस मामले की सूचना दी. सूचना के बाद थाना बलवाडा, सनावद, बड़वाह और सीमावर्ती थाना सिमरोल में चेकिंग पॉइंट लगाए गए. 


सोशल मीडिया से मिली बच्ची
वहीं सोशल मीडिया पर टैक्सी ड्रायवरों के व्हाटसएप ग्रुप और अन्य व्हाट्सएप ग्रुप पर बच्ची की फोटो वायरल की गई. इसके कुछ देर बाद ही सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली कि दो कार से कुछ यात्री पंचवटी होटल पर भोजन करने रुके थे, यह बच्ची उन्हीं लोगों की है जो इंदौर की तरफ कुरावद तक पहुंच चुके है.


उस बच्ची के माता पिता थाने पर आ रहे हैं. बच्ची के परिजनों ने बताया कि दो गाड़ी से परिवार के सदस्य ओंकारेश्वर दर्शन के लिए आए थे. यहां से दर्शन करने के बाद हम महाकालेश्वर उज्जैन दर्शन करने जा रहे थे.


उन्होंने बताया कि हम सभी दिल्ली से आये हैं और पंचवटी होटल पर खाना खाते समय वापस गाड़ी में बैठ गये. बच्ची के परिजन ने पूछताछ में उन्होंने बच्ची का नाम रुही आबुआ बताया और बच्ची के पिता का नाम विकास आबुआ, माता सिमरन आबुआ निवासी 4/31-ए न्यू विश्वास नगर शाहदरा दिल्ली का होना बताया.


विकास के तीन बच्चे हैं, जिसमें दो जुड़वा लड़कियां हैं. विकास को लगा कि एक बच्ची उसकी दादी समीता के पास दूसरी गाड़ी में होगी, इस वजह से उसने ध्यान नहीं दिया. 



ये भी पढ़ें: खुशखबरी! एक जून से जबलपुर- मुंबई गरीब रथ पनवेल तक जाएगी, यहां देखें पूरा शेड्यूल