Mele Babu Ne Thana Thaya: अपने खान-पान के नाम से जाना जाने वाले इंदौर का एक रेस्टोरेंट अपने अनोखे नाम की वजह से भी चर्चा का विषय बना हुआ है. इस रेस्टोरेंट ने अपने नाम के चलते अलग पहचान बना ली है, जिसे सोशल मीडिया पर बेहद पसंद किया जा रहा है. दरअसल, इंदौर में सर्राफा बाजार और 56 दुकान देश भर में अपनी अलग तरह की पहचान बनाए हुए हैं. वहीं, कई तरह की खाने की वैरायटी भी यहां मिलती हैं. इसी बीच इंदौर में मौजूद एक रेस्टोरेंट अपने अनोखे नाम को लेकर सुर्खियों में बना हुआ है, जिसका नाम है 'मेले बाबू ने थाना थाया'.
रेस्टोरेंट के ग्राहक राहुल चौकसे से इस नाम पर चर्चा हुई, तो उनका कहना था कि ओनर ने अपने रेस्टोरेंट को बहुत अच्छा नाम दिया गया है. इस नाम को प्रेमी जोड़े काफी पसंद करेंगे. 'बाबू' शब्द हर लड़की अपने प्रेमी को कहती है या फिर एक मां अपने बेटे को कहती है. इसे सुनकर सभी यंग लोग आना पसंद करेंगे.
बचपन से ही रेस्टोरेंट खोलना चाहते थे गौरव पटवा
वहीं, जब रेस्टोरेंट संचालक गौरव पटवा से रेस्टोरेंट के अनोखे नाम 'मेले बाबू ने थाना थाया' के पीछे की कहानी पूछी गई तो उन्होंने बताया कि वह बचपन से ही यह लाइन सुनते आ रहे हैं और सोचा था कि अगर कभी रेस्टोरेंट खोलते हैं तो यही नाम रखेंगे. गौरव पटवा ने बताया कि उन्होंने बी.कॉम के बाद एमबीए किया और उसके बाद कुछ समय तक प्राइवेट बैंक में नौकरी की. गौरव ने कहा कि जॉब छोड़ने के बाद उनके मन में एक स्टार्टअप करने की बात आई. इसपर दोस्तों ने सलाह दी कि बचपन से जो रेस्टोरेंट खोलना चाहते थे, उसपर काम करो.
रेस्टोरेंट मालिक गौरव पटवा ने बताया कि उन्हें बचपन से ही खाना बनाने का शौक था. जब भी दोस्त पार्टी करते थे तो खाना उनसे ही बनवाते थे. वहीं, वह जो भी बनाते थे, सबको पसंद आता था. स्टार्टअप का मन बनाने के बाद सबसे पहले गौरव ने टिफिन सेंटर खोला. वह चलने भी लगा, लेकिन फिर कोरोना काल शुरू हो गया और देश भर में लॉकडाउन लग गया. जब हर कोई परेशान था, तब गौरव ने अपने टिफिन सेंटर का नाम रखा, 'मेले बाबू ने थाना थाया', जिसे काफी पसंद किया गया.
कोरोना काल में लोगों को खुश करने के लिए रखा नाम
गौरव ने मीडिया को बताया कि यह नाम रखने के पीछे उनकी मंशा यही थी कि जो भी आए वह भले ही कुछ पल के लिए ही सही, लेकिन नाम सुनकर खुश हो जाए. क्योंकि कोरोना ने सभी को तोड़ कर रख दिया था. इसके बाद जब लॉकडाउन खत्म हुआ को उन्होंने टिफिन सेंटर को रेस्टोरेंट बना दिया. लोगों ने भी इस रेस्टोरेंट में आना शुरू कर दिया.
वहीं, गौरव पटवा ने यह भी बताया कि जिस तरह से इंदौर में 56 दुकान और सर्राफा बाजार पूरे देश भर में चर्चित है, वैसे ही गौरव को अपनी अलग पहचान बनानी है. इसके लिए उन्होंने दोनों जगहों के बीच में अपना रेस्टोरेंट खोला और एक ऐसा नाम दिया जिसे मोबाइल फोन पर कई जोक्स में यूज किया जाता था. इसी के साथ गौरव पटवा ने अपनी एक अलग पहचान बना ली.
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