Indore Collector Public Hearing: इंदौर में पिछले तीन माह पूर्व से पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू की गई है ताकि अपराधों पर लगाम कसी जा सके. लेकिन बावजूद इसके गुंडे और बदमाशों के हौसले बुलंद होते नजर आ रहे हैं. ऐसा ही एक मामला इंदौर कलेक्टर जनसुनवाई में पहुंचा. इंदौर के ऋषि नगर की रहने वाली बुजुर्ग महिला निर्मला ने गुंडों से परेशान होने और बेटे को असामाजिक कार्यों में धकेलने का दबाव बनाये जाने का आरोप लगाया है. पीड़ित महिला निर्मला अपनी पीड़ा को लेकर कलेक्टर जनसुनवाई में पहुंची थी.
चूहा मार दवा लेकर आई महिला
इस दौरान महिला अपने साथ चूहा मार दवा भी लेकर आई थी. अधिकारी के सामने जहर को टेबल पर रख रोते हुए पीड़ित महिला ने कहा गुंडों पर कार्रवाई नहीं होगी तो जहर खाकर जान दे दूंगी. आए दिन क्षेत्र के गुंडे भाषा और बजरंग के द्वारा परेशान किया जा रहा है. इसी के चलते उनका बेटा भी डर के मारे रात के 2:00 बजे तक घर पहुंचता है. रोते हुए महिला ने कहा कि बदमाशों द्वारा कहा जाता है कि तुझे मार डालेंगे हमारा कुछ नहीं होगा. वे थाने में पैसे भरते है. पिछले 10 साल से परेशान हूं. यह बोलते हुए चूहा मार दवा अधिकारी के सामने रख कहा कि शिकायत द्वारकापुरी थाने में की गई थी लेकिन किसी तरह की कोई कार्यवाही थाने से नहीं की गई. अब अगर कार्रवाई नहीं की जाती है तो जहर खाकर अपनी जान दे देगी.
एडीएम ने कही ये बात
वहीं एडीएम राजेश राठौर ने बताया कि महिला ने शिकायत की है कि वहीं के स्थानीय गुंडे परेशान कर रहे हैं. थाना प्रभारी द्वारकापुरी से संबंधित प्रकरण पर चर्चा की और उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए. इस तरह के घटनाक्रम शहर में नहीं होने चाहिए.
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