इंदौर में बच्चों की मौत मामले में चौंकाने वाला खुलासा, कलेक्टर ने आश्रम को भेजा नोटिस
Indore Yugpurush Dham Ashram: इंदौर युगपुरुष धाम आश्रम की जांच रिपोर्ट आने के बाद कई चौंकाने तथ्यों का खुलासा हुआ है. जिला कलेक्टर ने यहां के कुछ बच्चों को दूसरी संस्था में शिफ्ट करने को कहा है.
Indore Yugpurush Dham Ashram Update: इंदौर के युगपुरुष धाम आश्रम में 6 बच्चों की मौत हो गई. अब आश्रम में बच्चों की मौत को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है, जहां जांच समिति ने कलेक्टर को जांच रिपोर्ट सौंपी.
इस रिपोर्ट में बच्चों की मौत को लेकर कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. जांच समिति ने रिपोर्ट में खुलासा किया कि आश्रम ने एक और बच्चे की मौत का राज छुपाया था. यानी अब तक आश्रम में कुल मिलाकर 6 बच्चों की मौत हो चुकी है. रिपोर्ट के अनुसार, आश्रम में क्षमता से अधिक बच्चों को रखने की बात भी सामने आई है.
डीसी ने आश्रम को भेजा नोटिस
आश्रम में बच्चों की मौत के पीछे कालरा बीमारी है, जांच में यह स्पष्ट हो गया है. मामले में कलेक्टर ने आश्रम को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. उन्होंने तीन दिन में आश्रम नोटिस का जवाब को देने को कहा है.
जांच रिपोर्ट पर जिला कलेक्टर ने क्या कहा?
कलेक्टर आशीष सिंह ने मीडिया को बताया कि युगपुरुष धाम में जो संक्रमण हुआ था, उसके संबंध में कमेटी बनाई गई थी. इसकी रिपोर्ट सदस्यों ने कल हमें दी है. उन्होंने बताया कि रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि जो मौतें हुई हैं, उसे छुपाई गई है. इसके अलावा समय मुझे सूचना नहीं दी गई है.
जांच रिपोर्ट का जिक्र करते हुए कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि इसके अलावा यहां पर रखरखाव से संबंधित भी समस्याएं थी. रिपोर्ट के आधार पर आश्रम को नोटिस जारी कर रहे हैं. आश्रम को तीन दिन का वक्त दिया गया है.
नोटिस को लेकर जिला कलेक्टर ने बताया कि आश्रम से पूछा गया है कि आखिर क्यों ना उनके विरुद्ध आपराधिक मामला दर्ज कराया जाए, या फिर जो अनुदान प्राप्त संबंधी कार्रवाई है वह उनके मामले में की जाए. उन्होंने कहा कि 3 दिन बाद जब उनका जवाब आएगा उसी आधार पर कार्रवाई करेंगे.
'आश्रम में थे कैपेसिटी से अधिक बच्चे'
जिला कलेक्टर ने बताया कि इसी बीच में कुछ बच्चे रात में भी एडमिट कराए गए हैं, लेकिन अच्छी बात यह है कि जो पहले से एडमिट बच्चे हैं वह स्वस्थ हो गए हैं. इनमें से कुछ को आज डिस्चार्ज भी किया जाएगा. उन्होंने बताया कि कमेटी की रिपोर्ट से रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि वहां पर कैपेसिटी से अधिक संख्या में बच्चे हैं.
'अन्य संस्थाओं में बच्चों कराया जाएगा शिफ्ट'
बच्चों के अन्य संस्थाओं में ट्रांसफर को लेकर कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि अब यहां के कुछ बच्चों अन्य संस्थाएं अगर कहेंगी, तो वहां पर शिफ्ट कराया जा सकता है. इस आशय पर भी हम लोग विचार करेंगे और कोशिश करेंगे अगले दो-तीन दिनों में कुछ बच्चों की छुट्टी करवा कर वहां शिफ्ट कर दें.
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