Indore News: जानवरों को ठंड से बचाने के लिए किए गए ये खास इंतजाम, सांपों को दे दिया गया कंबल
इंदौर चिड़ियाघर प्रशासन द्वारा ठंड से जानवरों को बचाने के लिए कई तरह का इंतजाम किया गया है. हर साल की तरह बढ़ती सर्दी के चलते चिड़ियाघर प्रशासन ने अलग-अलग जानवरों के लिए अलग-अलग इंतजाम किए हैं.
Indore News: इंदौर चिड़ियाघर प्रशासन द्वारा लगातार बढ़ती ठंड से जानवरों को बचाने के लिए कई तरह का इंतजाम किया गया है. हर साल की तरह इस साल भी बढ़ती सर्दी के चलते चिड़ियाघर प्रशासन ने अलग-अलग जानवरों के लिए अलग-अलग इंतजाम किए हैं. दरअसल उत्तर भारत में चल रही शीतलहर का असर इन्दौर में भी देखने को मिल रहा है. जहां आमजन ठंड से कांप रहे है वही इंदौर के कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय प्रबंधन द्वारा भी शीतलहर और ठंड से जानवरों को बचाने के लिए भी विशेष व्यवस्था की गई है. चिड़ियाघर के वन्यजीवों के लिए भी विशेष व्यवस्थाओं का ध्यान रखा गया है.
क्या व्यवस्था की गई
बता दें कि इंदौर के कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय में 60 प्रजाति के 600 से ज्यादा वन्यप्राणी हैं. चिड़ियाघर में सांपों के लिए सबसे बड़ा स्नेक हाउस बना है जिसमें विशेष व्यवस्थाएं की गईं हैं. 20 छोटे बाड़ो में 20 अलग अलग प्रजाति के सांप हैं. जिसमें इन्हें गर्म हवा मिल सके उसके लिए हीटर लगाया गया है. बड़े बल्व और हैलोजन की व्यवस्था की गई है ताकि इन्हें गर्मी मिलती रहे. इनके पिंजरे में गर्म कपड़े और कंबल भी डाले गए हैं ताकि बड़े सांप उसमें बैठकर गर्मी ले सकें. ऊपर बनाए गए डक्ट से धूप भी मिलती रहे ऐसी विशेष व्यवस्थाओं के साथ स्नेक हाउस तैयार किया गया है.
पिंजरे को हरी चादर से ढंका गया
वहीं बाघ और शेरों के लिए बाड़े के पटिये बिछाए गए हैं ताकि उन्हें ठंड से बचाया जा सके. वहीं दूसरे जानवरों के लिए भी बाड़े और पिंजरे को हरी चादर से ढंका गया है और उनके लिए घास और भूसे की भी व्यवस्था की गई है ताकि उस में बैठकर वे अपने शरीर का तापमान सामान्य रख सकें. चिड़ियाघर प्रभारी उत्तम यादव के अनुसार वन्यप्राणियों में रेंगने वाले प्रजाति पर ठंड का असर ज्यादा होता है. इसलिये उसके लिये ज्यादा सावधानी बरतनी होती है. हालांकि सभी बाड़ों को रात के समय ठंड के एहतियात के चलते तिरपाल से भी ढंक दिया जाता है ताकि उनपर ठंड का असर कम हो.