MP News: इंदौर (Indore) शहर का चिड़ियाघर अब चिड़ियाघर ही नहीं रहा, बल्कि जंगली जानवरों के लिए स्टेट ऑफ आर्ट ब्रीडिंग सेंटर भी बन गया है. चिड़ियाघर प्रबंधन ने जू के प्राणियों के ब्रीडिंग में बेहतरीन काम करते हुए इसे साबित भी किया है. ब्रीडिंग प्रोसेस की सफलताओं के बाद चिड़ियाघर में पशु पक्षियों की संख्या में इजाफा देखने को मिल रहा है. साथ ही एनिमल एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत अन्य चिड़ियाघरों से दुर्लभ जानवरों को लाने में भी मदद मिली है, जिसके चलते समूचे मध्य प्रदेश से इंदौर आने वाले पर्यटकों की संख्या में वृद्धि हुई है.


चिड़ियाघर में दूसरे देशों के जानवर
चिड़ियाघर प्रभारी डॉ उत्तम यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि, पिछले कुछ महीनों में पर्यटकों की औसत संख्या में 30 फीसदी तक बढ़ोतरी हुई है. इसका एक बड़ा कारण एनिमल एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत चिड़ियाघर में लाए गए 80 से अधिक प्रजातियों के 245 विदेशी पक्षियों के साथ-साथ अन्य जानवर, अन्य प्रजातियों के बाघ, शावक और छोटे प्राणी हैं. चिड़ियाघर में जंगली जानवरों की कुल संख्या अब 1300 हो गई है. चिड़ियाघर में नए जंगली जानवरों में कॉटन टॉप बंदर, बाल पायथन, राइनो इगुआना, रेड लोरी, रेनबो लोरी भी शामिल किए गए हैं. ये जानवर दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, इंडोनेशिया, ब्राजील और ऐसे अन्य देशों में पाए जाते हैं.


ब्रीडिंग सेंटर के रूप में पहचान
डॉ. उत्तम यादव ने  ने बताया कि ब्रीडिंग सेंटर के रूप में अपनी पहचान बनाने वाले चिड़ियाघर के साथ, आगंतुकों को अब जंगली जानवरों की कई प्रजातियां देखने को मिल रही हैं, जो अन्य चिड़ियाघरों में उपलब्ध नहीं हैं. इसके कारण, अन्य शहरों से आने वाले आगंतुकों की संख्या में भी वृद्धि हुई है. शनिवार और रविवार से छुट्टियों के दिनों में दर्शकों की संख्या 12 हजार से ऊपर पहुंच जाती है. औसतन हर दिन साढ़े चार हजार से ज्यादा दर्शक यहां आते हैं.'


ये भी पढ़ें- Kamal Nath: 'मैं लगातार कमलनाथ के संपर्क में हूं, आलाकमान...', BJP में जाने की अटकलों के बीच दिग्विजय सिंह का अहम बयान