इंदौर: दुनिया भर में आज अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day) मनाया गया. इंदौर जेल (Indore Jail) में एक साथ 3 हजार कैदियों ने योगाभ्यास किया. इस अवसर पर इंदौर की सेंट्रल जेल में बंद कैदियो के साथ मिलकर 3 विदेशी कैदियों ने भी योग किया. विशेषज्ञों ने इस अवसर पर कैदियों को योग के फायदे बताए गए.
देश और दुनिया में मनाया गया योग दिवस
हर साल 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस देश और दुनिया में मनाया जाता है. आयुष मंत्रालय इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को 'मानवता के लिए योग' थीम पर मना रहा है. इंदौर की सेंट्रल जेल में भी योग दिवस मनाया गया. इसमें केंद्रीय होम्योपैथिक अनुसंधान परिषद आयुष मंत्रालय के सदस्य डॉक्टर एके द्विवेदी शामिल हुए. उन्होंने बताया कि वैसे तो सेंट्रल जेल में महीने के तीसरे शनिवार को योग कैंप लगाया जाता है. उन्होंने बताया कि अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस के आयोजन के साथ ही नियमित रूप से योगाभ्यास भी कराया जा रहा है.
उन्होंने बताया कि पिछले दो साल से कोरोना के कारण इसका आयोजन नहीं हो पाया था. लेकिन एक बार फिर केंद्रीय जेल के कैदियों को सामूहिक रूप से योग कराया गया. उनके मुताबित करीब 3000 कैदियों ने अलग-अलग बैरक में एक समय पर योग किया. डॉक्टर द्विवेदी ने बताया कि एक साथ केंद्रीय जेल में 3000 कैदियो ने एक साथ अभी तक योग नहीं किया है. यह अपने आप में एक रिकॉर्ड है.
इंदौर की सेंट्रल जेल में हैं 3 विदेशी कैदी
इंदौर की सेंट्रल जेल में 3 विदेशी कैदी सजा काट रहे हैं. इन विदेशी कैदियों ने भी योग किया. यह जेल में आकर्षण का केंद्र रहा. उन्होंने कहा कि योग करना सभी के लिए सुखद है. उन्होंने कहा कि जेल आने से लोगों को जो मानसिक आघात पहुंचता है, उसे दूर करने में योग काफी मदद करेगा.
जेल अधीक्षक ने क्या बताया
जेल अधीक्षक अलका सोनकर ने कैदियों से योग के फायदे पूछे तो विदेशी कैदियों ने बताया कि उन्हें योग से काफी फायदा है. जेल अधीक्षक ने बताया कि चूंकि विदेशी बंदी हमारे देश में अपराध की सजा काट रहे है. अपने परिवार से दूर होने के कारण वो अवसाद में भी आ जाते हैं, ऐसे में उनके लिए योग काफी कारगर है. विदेशी कैदियों का कहना है कि योग करने के बाद उन्हें एनर्जेटिक फील करते हैं. उनके शरीर का दर्द दूर हो रहा है. उनका कहना था कि जेल में आने की वजह से वो डिप्रेशन में थे क्योंकि दूसरे देश के जेल में अपने परिवार से दूर हैं. योग से ना केवल शारीरिक बल मिलता है बल्कि मानसिक शांति भी मिलती है.
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