Jabalpur News: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा है कि योग किसी व्यक्ति मात्र के लिए नहीं हैं, ये मानव जाति के लिए है. योग शरीर और आत्मा को सक्षम बनाता है. योग का यही मंत्र है कि 'हींग लगे न फिटकरी, रंग चोखा ही आवे' (बिना खर्च किए काम बन जाना). उपराष्ट्रपति जबलपुर में बुधवार को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के राष्ट्रीय कार्यक्रम में बोल रहे थे. इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के योग दिवस पर दिए गए संदेश का प्रसारण भी किया गया.


जबलपुर में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर आयोजित राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल उपराष्ट्रपति धनखड़ ने आगे कहा कि नर्मदा के तट पर और रानी दुर्गावती की बलिदानी भूमि पर आकर मैं अभिभूत हूं. योग दिवस एक दिन का नहीं है, बल्कि रोज का है. योग स्वस्थ जीवन की पूंजी है. सभी इसका सदुपयोग करें. 



योग को पूरे विश्व में मिली अलग पहचान 


उपराष्ट्रपति ने कहा कि इस साल अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की थीम महत्त्वपूर्ण है. पीएम नरेंद्र मोदी ने विश्व पटल पर ये प्रयास किया है और योग को पूरे विश्व में अलग पहचान दिलाई है. 24 सितंबर 2014 की इस पहल को पूरी दुनिया का समर्थन मिला. इसके बाद 11 दिसंबर 2014 को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की घोषणा यूनाइटेड नेशंस ने की. पीएम मोदी ने योग के लिए जो प्रयास किया, वो सफल साबित हुआ. आज भारत और दुनिया के हर देश में ये पर्व मनाया जा रहा है. 


अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर जबलपुर शहर में सवा लाख और जिले में करीब डेढ़ लाख लोगों ने योग किया. गैरिसन ग्राउंड में अकेले राष्ट्रीय कार्यक्रम में करीब पंद्रह हजार योगाभ्यासी शामिल हुए और भारत सरकार के कॉमन योगा प्रोटोकॉल पर एक साथ योग किया. गैरीसन ग्राउंड में देश के मुख्य कार्यक्रम में दिव्यांगजनों एवं ट्रांसजेंडर्स का समूह तथा कैंसर जैसी गम्भीर बीमारियों से मुक्त हुये व्यक्तियों का समूह भी शामिल हुआ और योग अभ्यास किया. जबलपुर के योग दिवस के राष्ट्रीय कार्यक्रम का सीधा प्रसारण पूरे देश और दुनिया के करीब 80 देशों में किया गया.


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