MP Crime News: मध्य प्रदेश के जबलपुर से पकड़े गए देश विरोधी गतिविधियों की साजिश को अंजाम देने वाले संदिग्धों को जिला न्यायालय ने एनआईए को रिमांड पर सौंप दिया है.सभी आरोपी तीन जून तक एनआईए की रिमांड पर रहेंगे. इन लोगों के पास से सुरक्षा एजेंसियों ने आपत्तिजनक दस्तावेज और प्रतिबंधित हथियार बरामद किए थे. यह कार्रवाई मध्य प्रदेश पुलिस की एटीएस और एनआईए ने मिलकर अंजाम दिया था.


जबलपुर में मारा गया था छापा


सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय जांच एजेंसी और मध्य प्रदेश पुलिस की विशेष आतंकवादी विरोधी यूनिट (एटीएस) ने जबलपुर से आतंकवादी संगठन आईएसआईएस से जुड़े संदिग्धों को गिरफ्तार किया था.एटीएस और एनआईए ने संयुक्त रूप से इस कार्रवाई को अंजाम दिया था. इन दोनों एजेंसियों ने जबलपुर में 13 स्थानों पर छापेमारी की थी. इसमें आतंकी गतिविधियों में लिप्त कुछ संदिग्ध लोगों को एनआईए ने गिरफ्तार किया है.इस छापेमारी के दौरान आपत्तिजनक धार्मिक दस्तावेज,डिजिटल उपकरण,प्रतिबंधित गोला-बारूद और हथियार भी बरामद हुए हैं.


सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार आरोपी देश के अंदर कुछ अनुचित और विस्फोटक घटनाक्रम को अंजाम देने का मन बना रहे थे.इसी मामले में एनआईए ने ताबड़तोड़ छापेमार कार्रवाई की गई.इस कार्रवाई में एनआईए ने सैयद महमूद अली, मोहम्मद आदिल खान और मोहम्मद शाहिद को गिरफ्तार किया है.


हिंदू धर्म के खिलाफ लिखी आपत्तिजनक पोस्ट


शनिवार को की गई इस छापेमारी के बाद एनआईए और एटीएस ने आरोपियों को जिला कोर्ट में पेश किया.न्यायालय ने संज्ञान लेते हुए सभी आरोपियों को तीन जून तक एनआईए को रिमांड पर सौंप दिया.


इस संबंध में एबीपी संवाददाता को सरकारी वकील रीना वर्मा ने बताया कि संदिग्ध आरोपियों पर 120 बी, 295 ए की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.इसके अलावा अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म के माध्यम से हिंदू धर्म के प्रति आपत्तिजनक प्रचार का आरोप भी आरोपियों पर लगा है. इसके चलते न्यायालय ने एनआईए को तीन जून तक आरोपियों को रिमांड पर सौंपा है.


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