MP News: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के पूर्व निदेशक और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) इंदौर के बोर्ड ऑफ गवर्नेंस के चेयरमैन के सिवन ने शनिवार को अंतरिक्ष अनुसंधान को लेकर बड़ा ऐलान किया है. एबीपी लाइव से खास बातचीत में उन्होंने कहा कि चंद्रयान की सफलता के बाद अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में भारत को सम्मान की नजर से देखा जाने लगा है. इसरो इन दिनों एक साथ कई प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है. 


के सिवन ने बताया कि भारत अपना खुद का स्पेस स्टेशन बनाने जा रहा है. प्रोजेक्ट को 2035 तक पूरा करने का लक्ष्य है. उन्होंने कहा कि इसका मुख्य उद्देश्य अंतरिक्ष से जुड़ी जानकारी हासिल करना है.


प्रोजेक्ट के लिए केंद्रीय स्तर की कमेटी
के सिवन ने बताया कि प्रोजेक्ट के लिए केंद्रीय स्तर की कमेटी बनाई गई है. इसका नेतृत्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे हैं. प्रोजेक्ट के लिए अलग से बजट भी मंजूर किया गया है. उन्होंने कहा कि चंद्रयान-4 पर काम शुरू हो गया है, जो चंद्रमा की सतह से भौतिक वस्तुओं के बारे में जानकारी जुटाने में मदद कर रहा है. वहां से कुछ नमूने मिले हैं, जो साइंटिफिक टेस्ट में मददगार होंगे. चंद्रमा की सतह पर मिट्टी, चट्टान, पानी और हवा का पता लगाया जाएगा. भारत ने 2040 तक चंद्रमा पर इंसान को भेजने का लक्ष्य रखा है.


आदित्य एल-1 सौर मिशन पर की बात
पूर्व इसरो चीफ के सिवन ने कहा कि चंद्रयान-4 के अलावा आदित्य एल-1 सौर मिशन इसरो के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट हैं. जो सूर्य के निकट की कक्षा से अध्ययन कर जानकारी उपलब्ध कराएगी. अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी. उन्होंने कहा कि चंद्रयान की सफलता के बाद अन्य अंतरिक्ष एजेंसियों ने भी अंतरिक्ष से जुड़े रहस्यों का पता लगाने के लिए इसरो के साथ काम करने की इच्छा जताई है. कई परियोजनाओं से अलग-अलग एजेंसियां जुड़ी हुई हैं.


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