ईओडब्ल्यू (EOW) ने गुरुवार को जबलपुर (Jabalpur) स्थित बोर्ड ऑफ एजुकेशन चर्च ऑफ नार्थ इंडिया के चैयरमेन (The Board of education Church of North India) बिशप पी सी सिंह (Bishop PC Singh) के निवास पर छापा (Raid) मारा था. ट्रस्ट के कार्यों में धांधली की शिकायत नागपुर के विनटेबल फादर हीरा नवल मसीह ने की थी. छापेमारी में चेयरमैन के खिलाफ ट्रस्ट की संस्थाओं का दुरूपयोग, नाम परिवर्तित कर नई संस्थाओं का निर्माण, नई संस्थाओं के नाम से अवैधानिक कार्य, स्कूली संस्थाओं की फीस में गड़बड़ी, निजी कार्यों में ट्रस्ट के पैसों का दुरुपयोग करने जैसे कागज सामने आए. ट्रस्ट संस्थाओं की लीज रिनुअल में धोखाधड़ी और 7 करोड़ से अधिक की टैक्स लायबिलिटी का मामला भी उजागर हुआ.


अनियमितता के बाद अब धर्मांतरण कराने का आरोप 


अब ईसाई धर्मगुरु पी सी सिंह पर धर्मांतरण कराने का आरोप लग रहा है. मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीधे हस्तक्षेप कर ईओडब्ल्यू को निर्देश दिया है. उन्होंने कहा है कि ईओडब्ल्यू जांच करेगा कि बिशप के घर छापेमारी में प्राप्त धन का उपयोग धर्मांतरण, अवैधानिक या गैर कानूनी कार्यों में तो नहीं हो रहा है? ईओडब्ल्यू की जांच में जिला प्रशासन भी सहयोग करेगा. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल में अधिकारियों के साथ बैठक कर प्रकरण की जानकारी भी ली.








बिशप पी सी सिंह के घर छापे में मिली बेशुमार दौलत


सूत्रों का कहना है कि बिशप पी सी सिंह के घर छापे में एक करोड़ 65 लाख रुपये नगदी, 17 संपत्तियों का दस्तावेज, 48 बैंक खाते, 18,352 यूएस डॉलर, 118 पाउंड, 8 चार पहिया वाहन बरामद होने की खबर से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान चौंक गए. सरकार मान रही है कि बिशप ने बड़े स्तर पर धोखाधड़ी की है. शासन छापेमारी को गंभीरता से ले रहा है. मुख्यमंत्री ने जांच के बाद दोषियों पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है. धर्मांतरण मामले की जांच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने तीन स्तर पर करने के निर्देश दिए हैं. 


MP News: सीएम शिवराज की सख्ती के पांच घंटे बाद ही मिला सरकारी कोटे का यूरिया, प्रशासन ने की छापेमारी