MP Elections 2023: असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा ने सनातन विवाद में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को चुनौती देते हुए कहा है कि उनके पास हिंदू युवा सम्राट बनने का अच्छा मौका है. राहुल गांधी बस सनातन पर टिप्पणी कर रहे स्टालिन जैसे नेताओं और डीएमके जैसे दलों को I.N.D.I.A गठबंधन से बाहर कर दें. इसके बाद पूरे हिंदू समाज का वोट उन्हें मिल जाएगा. सरमा ने आगे कहा कि दोष स्टालिन जैसे नेताओं का नहीं, खुद राहुल गांधी की है, जिनके नेतृत्व में सनातन धर्म पर हमले किए जा रहे हैं.
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा ने जबलपुर में पत्रकारों से बातचीत में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को एक और चुनौती देते हुए कहा कि बीजेपी ने हिंदुओं के लिए राममंदिर निर्माण जैसे कई कार्य करके दिखाए हैं, पर राहुल और कांग्रेस हिंदुओं के लिए एक काम भी करके दिखा दे तो उन्हें मान लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि चुनावी सियासत की पिच पर अब बॉल राहुल गांधी के हाथ में हैं और उन्हें तय करना है कि उन्हें किस ओर जाना है. हिमंता बिस्व सरमा ने कहा कि वो अगर राहुल गांधी होते तो तत्काल स्टालिन को अपने गठबंधन से बाहर कर देते.
सीएम हिमंता बिस्व सरमा ने जबलपुर में किया प्रेस कॉन्फ्रैंस
दरअसल, मध्य प्रदेश की सत्ता में वापिसी के लिए एड़ी-चोटी का ज़ोर लगा रही बीजेपी ने आज नॉर्थ ईस्ट के अपने सबसे बड़े चेहरे और असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा को एमपी के दंगल में उतार दिया. कटनी की जनआशीर्वाद यात्रा में शामिल होने जबलपुर पहुंचे असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए बीजेपी के लिए जमकर बल्लेबाजी की.
'यह चुनाव अब कांग्रेस से सनातन परंपरा की हो री है'
चुनावी दंगल में एड़ी-चोटी के ज़ोर लगाने के सवाल पर सरमा ने कहा कि ये इसीलिए भी ज़रुरी है क्योंकि देश में सनातन धर्म और हिंदुओं के लिए चुनौती खड़ी कर दी गई है. जिसे जनआशीर्वाद यात्रा के ज़रिए भी जनता को बताना ज़रुरी है. सरमा ने कहा कि आगामी चुनावों में गलती से भी कांग्रेस की सरकार नहीं बननी चाहिए वरना जनता को तमिलनाडु का उदाहरण देख लेना चाहिए. विपक्षी इंडिया गठबंधन के बाद चुनाव का मुद्दा ही बदल गया है और अब ये चुनाव बीजेपी से नहीं हजारों साल पुरानी सनातन परंपरा से लड़ा जा रहा है.
'हिंदूओं के खिलाफ बड़ा षडयंत्र है'
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा ने कहा कि विपक्षी गठबंधन दोहरा मापदण्ड रखता है, जो सनातन पर हमलों को तो अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता बताता है, लेकिन दूसरे धर्मों पर टिप्पणियां होने पर आक्रामक हो जाता है. सरमा ने कहा कि ये सनातन और हिंदूओं के खिलाफ बड़ा षडयंत्र है, जिसका माहौल विपक्षी नेताओं द्वारा कई दिनों से बनाया जा रहाल है. हिंदू सहनशील है इसीलिए चुप है, लेकिन यह टिप्पणियां दूसरे धर्म के खिलाफ होतीं तो अब तक सिर तन के जुदा के नारे लगने शुरू हो जाते.
कमलनाथ को बताया 'थका हुआ चेहरा'
असम के सीएम हिमंता बिस्व सरमा ने इस दौरान पीसीसी चीफ कमलनाथ को थका हुआ चेहरा बता दिया. सरमा ने कहा कि ये चुनावी मुकाबला डेढ़ करोड़ मांओं का आशीर्वाद लेकर चल रहे शिवराज और एक थके हुए चेहरे के बीच है. इधर,विपक्षी गठबंधन द्वारा 12 मीडिया एंकर पर लगाए गए प्रतिबंध को हिमंता बिस्व सरमा ने आपातकाल जैसा बताया. सरमा ने कहा कि मीडिया एंकर को बैन करके विपक्ष बच्चों जैसी हरकत कर रहा है. सरमा ने चुटकी लेते हुए कहा कि इसलिए उनकी सरकार ने इसरो से चंद्रयान 3 बनवाया है और अब कांग्रेस चंद्रयान 3 से चांद पर जाए और वहां जाकर मीडिया पर प्रतिबंध लगाए.
'मणिपुर की समस्या आज की नहीं है'
वहीं, असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्व सरमा ने मणिपुर हिंसा पर भी सवालों का जवाब दिया. सरमा ने कहा कि मणिपुर की समस्या आज की नहीं है. कांग्रेस सरकारों में भी हालिया हिंसा जैसी 12 बड़ी घटनाएं हुईं हैं. जिनमें सोलह-सोलह सौ लोगों की मौतें हुई हैं. सरमा ने कहा कि जनजातीय जमीनी संघर्ष , कुछ संवैधानिक प्रावधानों और म्यांमार का दखल भी मणिपुर हिंसा की बड़ी वजह है. लेकिन गृहमंत्री अमित शाह ने हालातों पर बहुत हद तक नियंत्रण पा लिया है. सरमा ने दावा कि आने वाले 2 - 3 माह के भीतर मणिपुर के हालात पूरी तरह संभाल लिए जाएंगे.
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