Jabalpur Blast News: मध्य प्रदेश के जबलपुर में एक कबाड़ी के गोदाम में विस्फोट के बाद बरामद 125 एमएम और 30 एमएम के बम के खोखों को सेना की मदद से सुरक्षित तरीकों से डिस्पोज ऑफ किया गया. दरअसल, हिस्ट्रीशीटर शमीम कबाड़ी के खजरी-खिरिया बायपास स्थित कबाड़खाने (रजा मेटल इंडस्ट्री) में 25 अप्रैल 2024 को मेजर विस्फोट हुआ था. इसमें एक मजदूर की मौत हो गई और एक लापता है. इसके बाद मौके पर भारी मात्रा में सेना के बम और बमों के खोखे मिले थे. शमीम कबाड़ी घटना के 23 दिन बाद भी फरार है.
बता दें किरज़ा मेटल इंडस्ट्री में हुए मेजर विस्फ़ोट की चर्चा पूरे देश में हुई थी. इसमें एक मजदूर की मौत हो गई थी, जबकि एक अभी भी लापता है. राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) और नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) की टीमें इसकी जांच के लिए जबलपुर पहुंची थी. जांच में रजा मेटल इंडस्ट्री से भारी मात्रा में प्रतिबंधित बम और उनके खोल को जब्त किया गया था. इस दौरान दोनों एजेंसी की टीमों ने कुछ विस्फोटक का विनिष्टीकरण भी किया गया था. विस्फोटक की मात्रा इतनी अधिक थी कि उसके अवशेष के कारण घटनास्थल असुरक्षित था.
सुरक्षा की दृष्टि से शेष विस्फोटकों को ढूंढकर उनके विनिष्टीकरण के लिए जिला प्रशासन ने सेना के मध्य भारत क्षेत्र और सीओडी के अधिकारियों से सहयोग मांगा गया था.सेना और सीओडी की टीम ने 13 से 16 मई तक घटनास्थल से शेष विस्फोटक के अवशेष और बम के खोखों को एकत्रित किया.चार दिन तक हजारों बमों का सुरक्षित तरीके से डिस्पोज ऑफ किया गया. इससे अब घटनास्थल में नए विस्फोट का अंदेशा समाप्त हो गया है.
कबाड़खाने में मिले विस्फोटक के विनिष्टीकरण की 13 मई से आरंभ हुई प्रक्रिया गुरुवार (16 मई) तक चली. सेना के अधिकारियों की उपस्थिति में सीओडी की टीम ने खमरिया के सुरक्षित फील्ड में घटनास्थल से जब्त किए गए बमों को नष्ट किया. इस दौरान ढाई से तीन हजार बम और उनके खोलों को नष्ट किया गया है. गुरुवार को लेफ्टिनेंट जनरल पी एस शेखावत जीओसी मध्य भारत एरिया ने भी मौके का निरीक्षण किया.
सेना की ओर से बताया गया है कि पुलिस और प्रशासन के आग्रह पर मेजर जयदीप के नेतृत्व में सीओडी के बम निरोधक दस्ते का एक दल गठित किया गया. इस दल ने सबसे पहले बायपास स्थित कबाड़खाने का निरीक्षण किया.
सघन और सुरक्षित जांच के बाद बम और बम के खोल एकत्रित किए गए. पुलिस सूत्रों के मुताबिक मौके पर 125 और 30 एमएम के बम और उनके खाली खोखे मिले थे. इन्हें बम डिस्पोजल व्हीकल से खमरिया ले जाया गया. यहां विशेषज्ञों की निगरानी में मैदान में विधि अनुसार विस्फोटकों का विनिष्टीकरण किया गया.यह कार्रवाई गुरुवार को समाप्त हो गई.
एसपी आदित्य प्रताप सिंह के मुताबिक रजा मेटल इंडस्ट्री का संचालक फरार हिस्ट्रीशीटर मोहम्मद शमीम का बेटा फहीम है. यहीं पर शमीम का कबाड़खाना भी था, जिसमें बड़े धमाके बाद जांच में कई प्रतिबंधित विस्फोटक मिले थे. अधारताल पुलिस ने घटना के बाद फहीम और कबाड़ के व्यापार में उनके साझेदार सुल्तान के विरुद्ध मामला पंजीबद्ध किया है.पुलिस ने फरार मुख्य आरोपी शमीम को गिरफ्तार करने के लिए 15 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है.
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