जबलपुर में कांग्रेस की चेतावनी- 'तेज भागते हैं बिजली के स्मार्ट मीटर, नहीं लगने देंगे'
Congress Protest: कांग्रेस नेताओं का दावा है कि विद्युत वितरण कंपनियों ने जिस कंपनी को ठेका दिया, उसने छोटी-छोटी कंपनियों को पेटी कॉन्ट्रैक्ट दे दिया. अब कर्मचारी उपभोक्ताओं के साथ बदसलूकी कर रहे हैं.
Jabalpur Protest Against Smart Meters: मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर में बिजली महकमे के स्मार्ट मीटर का कांग्रेस द्वारा विरोध किया जा रहा है. कांग्रेस का आरोप है कि ये मीटर बेहद तेज भागते है और लोगों के बिजली का बिल बढ़ता जा रहा है. कांग्रेस ने सोमवार (24 जून) को मार्च निकालते हुए बिजली विभाग के कार्यालय का घेराव किया.
बता दें, एक तरफ विद्युत वितरण कंपनियां उपभोक्ताओं के घरों में स्मार्ट बिजली मीटर लगाने का अभियान चला रही हैं तो वहीं कांग्रेस इसका विरोध कर रही है. जबलपुर में कांग्रेस ने विद्युत विभाग के दफ्तर का घेराव करते हुए स्मार्ट बिजली मीटर लगाने का विरोध किया. नगर अध्यक्ष सौरभ शर्मा के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता ने रामपुर चौक से पैदल मार्च करते हुए नया गांव स्थित बिजली विभाग के दफ्तर पहुंचे. यहां पुलिस ने बैरिकेड लगाकर गेट पर ही उन्हें रोक लिया. इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की.
बिजली के स्मार्ट मीटर लगाने के खिलाफ #जबलपुर में #कांग्रेस का मार्च और प्रदर्शन.कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि तेज भागता है स्मार्ट.@abplive @PradhumanGwl pic.twitter.com/6fkcmVCWlt
— AJAY TRIPATHI (ABP News) (@ajay_media) June 24, 2024
विद्युत वितरण कंपनी पर कांग्रेस ने लगाया आरोप
कांग्रेस अध्यक्ष सौरभ शर्मा ने आरोप लगाया कि विद्युत वितरण कंपनियों ने जिस कंपनी को अनुभवी और प्रशिक्षित मानकर यह ठेका दिया है, उसने छोटी-छोटी कंपनियों को पेटी कॉन्ट्रैक्ट में स्मार्ट बिजली मीटर लगाने का ठेका दे दिया. पेटी कॉन्ट्रैक्टर के कर्मचारी उपभोक्ताओं के साथ बदसलूकी कर रहे हैं. उनके द्वारा जबरन मीटर लगाया जा रहा हैं.
शिकायतों की होगी जांच
कांग्रेस का आरोप है कि यह स्मार्ट बिजली मीटर सामान्य बिजली मीटर की तुलना में कई गुना तेज रीडिंग दर्ज करते हैं, जिससे उपभोक्ता का बिजली के बिल का बोझ बढ़ेगा. कांग्रेस ने चेतावनी दी है कि जबलपुर में किसी भी उपभोक्ता के घर पर स्मार्ट बिजली मीटर नहीं लगाया जाएगा. यदि कोई जबरन मीटर लगाने की कोशिश करता है तो उपभोक्ता कांग्रेस के बिजली विभाग की सेल को जानकारी देकर अपनी शिकायत बिजली विभाग के अधिकारियों तक पहुंचा सकते हैं.
बहरहाल, बिजली विभाग के अधिकारियों ने भी कांग्रेस की शिकायतों को जांच में लेने की बात कही है. पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के एसई एमए कुरैशी ने कहा कि शिकायतों की जांच के बाद उपभोक्ताओं के हित में निर्णय लिया जाएगा.