MP News: जबलपुर के निजी अस्पतालों में आयुष्मान कार्ड धारकों के फर्जी इलाज की शिकायतों पर बड़े पैमाने पर जांच की जा रही है. राजस्व और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की अलग-अलग टीमें गठित कर जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है. यहां बता दे कि एक निजी अस्पताल द्वारा इस योजना में करोड़ों का फर्जी बिल निकालने के बाद सरकार ने गंभीरता से जांच कराने का फैसला किया है.
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रमुख योजना 'आयुष्मान भारत योजना' में जबलपुर के एक निजी अस्पताल पर आरोप है कि फर्जीवाड़ा करके सरकार को 12.5 करोड़ का चूना लगाया गया है. सेंट्रल इंडिया किडनी अस्पताल ने मुन्ना भाई एमबीबीएस फ़िल्म की तरह चार हजार मरीजों को होटल में भर्ती करके फर्जी इलाज किया और सरकारी खजाने में जमकर डाका डाला. अस्पताल ने कथित मरीजों के साथ उन्हें लाने वालों तक को कमीशन बांटा था. संभागायुक्त बी. चंद्रशेखर के मुताबिक आयुष्मान कार्डधारी व्यक्तियों को अनावश्यक रूप से भर्ती कर शासकीय राशि के दुरुपयोग की मिली शिकायतों पर जांच का निर्णय लिया गया है. संभाग के सभी जिला कलेक्टरों को आयुष्मान से अनुबंधित अस्पतालों की जांच के निर्देश दिए गए हैं.
जबलपुर के 31 अस्पतालों की जांच कर रहे यह डॉक्टर
जबलपुर जिले के 31 अस्पतालों की जांच हेतु राजस्व और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की टीमें गठित की गई है. कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन द्वारा गठित की गई इन टीमों को 20 दिन के भीतर जांच करके प्रतिवेदन मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी को रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं. कलेक्टर सुमन ने अपर कलेक्टर और एसडीएम नम: शिवाय अरजरिया और जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. डीजे मोहंती की टीम को आदित्य सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, दुबे सर्जिकल एण्ड डेंटल हॉस्पिटल, अनंत नर्सिंग होम प्राइवेट लिमिटेड और अनुश्री नेत्र चिकित्सालय एण्ड रेटिना केयर हॉस्पिटल की जांच की जिम्मेदारी दी गई है. इसी प्रकार एसडीएम ऋषभ जैन और जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. आर.के. पहारिया की टीम को आशीष हॉस्पिटल, बटालिया आई हॉस्पिटल, इनफिनिटी हार्ट इंस्टीट्यूट और बाम्बे हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेंटर की जांच का जिम्मा सौंपा गया है.
तहसीलदार राजेश सिंह और जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. एस.एस. दाहिया की टीम केयर मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल, दादा वीरेन्द्र पुरी जी आई इंस्टीट्यूट, अजय भंडारी एसोसिएट और एचएन नेमा मेमोरियल सुपर स्पेशलिटी हार्ट एण्ड क्रिटिकल केयर हॉस्पिटल की जांच करेगी. तहसीलदार अनूप श्रीवास्तव और जिला क्षय अधिकारी डॉ. धीरज धबंडे की टीम को गैलेक्सी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, गोलछा हॉस्पिटल एण्ड यूरोलॉजिकल रिसर्च सेंटर, भंडारी हॉस्पिटल और जामदार हॉस्पिटल प्राइवेट लिमिटेड की जांच का दायित्व किया गया है.
तहसीलदार राजेश सिंह और पैथोलॉजिस्ट जिला चिकित्सालय डॉ. अमिता जैन की टीम को संजीवन हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेंटर, संस्कारधानी हॉस्पिटल प्राइवेट लिमिटेड, सप्त ऋषि हॉस्पिटल और मेट्रो हॉस्पिटल एण्ड कैंसर रिसर्च सेंटर की जांच का दायित्व सौंपा गया है. इसी प्रकार तहसीलदार रांझी आकांक्षा चौरसिया एवं ग्रामीण टीकाकरण अधिकारी डॉ. आदर्श बिश्नोई की टीम को सेठ मन्नूलाल जगन्नाथ दास ट्रस्ट हॉस्पिटल, शैल्बी हॉस्पिटल और सुखसागर मेडिकल कलेज एण्ड हॉस्पिटल की जांच का कार्य सौंपा गया है.