Jabalpur News: सब्जी का ठेला लगाने वाला बना शातिर ठग, रकम 10 गुना करने का लालच देकर लगाता था चूना
MP News: आरोपी को ऐसी ही ठगी के मामले में अधारताल पुलिस ने कुछ समय पहले गिरफ्तार किया था. जेल से बाहर आने के बाद वह फिर ठगी की राह पर ही आगे बढ़ा और मां काली की प्रतिमा रखकर लोगों को चूना लगाने लगा.
MP Crime News: गड़ा हुआ धन निकालने और पूजा-पाठ कर के रकम को 10 गुना कर देने का दावा करने वाले ढोंगी बाबा को जबलपुर पुलिस (Jabalpur Police) ने गिरफ्तार कर लिया है. इस ढोंगी बाबा ने रांझी और संजीवनी नगर के आधा दर्जन लोगों से लाखों रुपए सहित सोने-चांदी के जेवरात ऐंठे हैं. आरोपी ढोंगी बाबा के पास से बड़ी संख्या में नकली नोट भी जब्त किए गए हैं. जबलपुर पुलिस के मुताबिक यह जालसाज न सिर्फ शहर में बल्कि प्रयागराज (इलाहाबाद ) में भी सक्रिय था और वहां भी गड़ा धन निकालने के नाम पर कई लोगों के साथ ठगी कर चुका है.
पुलिस ने बताया, इसकी करतूत उस वक्त उजागर हुई जब अधारताल निवासी प्रीति राजमोर्य के अलावा गुलौवा चौक निवासी मनोहर सिंह ठाकुर ने अपने साथ हुई लाखों रुपये की धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई. एफआईआर दर्ज होने के बाद जालसाज कृष्ण कुमार नामदेव फरार हो गया और वह शहर छोड़कर भागने की फिराक में था. हालांकि, पुसिस ने तत्परता दिखाते हुए उसे अंधमूक बायपास के पास से दबोच लिया.
एसपी ने क्या बताया
जबलपुर के एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने बताया कि कृष्ण कुमार नामदेव खमरिया पिपरिया का रहने वाला है. उसके पिता ने पिपरिया का मकान बेचकर परिवार को रांझी इन्द्रानगर में किराये के मकान में शिफ्ट कर दिया था. वह 15-16 साल की उम्र में सब्जी का ठेला लगाता था. कुछ समय बाद वह फल का ठेला लगाने लगा. उसने कुछ समय कटंगा में मजदूरी का काम किया और फिर गोहलपुर में अपने भाई रामजी के साथ चाय का ठेला लगाने लगा.
इसी दौरान ग्वारीघाट निवासी रंजीत से उसकी मुलाकात हुई, जिसने गड़ा धन निकालने का झांसा देकर धोखाधड़ी करना सिखाया. आरोपी कृष्ण कुमार नामदेव उसके साथ इलाहाबाद गया और वहां कई लोगों से घर में गड़ा धन निकालने का लालच देकर चार से पांच हजार रुपए ले लिए. प्रयागराज से वापस आकर ठग कृष्ण कुमार नामदेव फिर से गोहलपुर में चाय की दुकान चलाने लगा.
पहले जा चुका है जेल
आरोपी कृष्ण कुमार नामदेव को ऐसी ही ठगी के मामले में अधारताल पुलिस ने गिरफ्तार करके जेल भेजा था. साल 2011 में उसने हनुमानताल में एक महिला को फंसाकर जमीन के गड़ा धन निकालने का लालच देकर 10 हजार रुपए लिए थे. उसके घर में पूजा पाठ करने का ढोंग करके एक पीतल का लोटा निकाला जिसमें कुछ नकली और असली जेवर रख दिए.
जेल से वापस आने के बाद आरोपी कृष्ण कुमार नामदेव ने अधारताल में 2017 मे किराए का मकान लिया और वहां पर काली मां की प्रतिमा रखकर दरबार चलाकर लोगों को चूना लगाने लगा. 2018-19 में रांझी में विजय ठाकुर, माधव कोरी, सुनीता बेन और अधारताल की प्रीति राजमोर्य के घर जाकर उनके घर में पूजा की. हवन के बहाने उन्हें बाहर भेजकर घर में नोटो की गड्डी रख दी फिर जब वह वापस आए तो उनको नोटो की गड्डी दिखा दी. जालसाज ने लोगों से ऐंठे पैसे से फ्रिज, टीवी और मोटर साइकिल खरीदी थी. इसके साथ ही सोने चांदी के जेवरात की भी खरीदी की थी.
क्या क्या बरामद हुआ
आरोपी के पास से सोने का हार, एक सोने का मगंलसूत्र, एक सोने की चेन, एक सोने की लेडीज अंगूठी, एक जोड़ी सोने की झूमकी, एक जोड़ी सोने के टप्स, एक जोडी चांदी की पायल, एक चांदी की हाफ करधन, एक पैशन मोटर सायकल, नगदी 70,000 रुपए, 19 चैक बुक, 2000 हजार के 933 नकली नोट, सोने जैसे दिखने वाला मुहर 50 नग जब्त की गई है.