MP Education News: मध्य प्रदेश में हायर एजुकेशन में बीएड प्रोग्राम  (Bachelor of Education Program) की सबसे ज्यादा डिमांड है. इस साल कॉलेजों में प्रवेश के लिए सबसे ज्यादा एनरोलमेंट बीएड की सीट के लिए हुआ है. इसे देखते हुए राज्य सरकार ने प्रदेश के सभी 55 प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस (Prime Minister College of Excellence) में नए शैक्षणिक सत्र से बीएड पाठ्यक्रम शुरू करने की तैयारी है.


उच्च शिक्षा विभाग सत्र 2024-25 से ही बीएड प्रोग्राम सभी 55 प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस में शुरू करने की कोशिश कर रहा है. इसके लिए कॉलेज नेशनल काउंसिल फॉर टीचर्स एजुकेशन (एनसीटीई) से अनुमति के लिए आवेदन कर रहे हैं. यह पहली बार हो रहा है कि राज्य सरकार उच्च शिक्षा विभाग के अंतर्गत आने वाले सरकारी कॉलेजों में एनसीटीई से अप्रूव्ड कोर्स संचालित करने की पहल कर रही है.


आधी सीटों पर प्रवेश दिया जाता है सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को
अभी विभिन्न सरकारी विश्वविद्यालय कैंपस में एनसीटीई से अप्रूव्ड कोर्स संचालित किए जाते हैं. इसके अलावा राज्य शिक्षा केंद्र के 9 शैक्षणिक संस्थानों में बीएड कोर्स संचालित किया जाता है, जिनकी 660 सीट दिया जाता है. इसमें आधी सीट पर आम छात्रों को और बाकी आधी सीटों पर सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को प्रवेश दिया जाता है.


यहां बता दे कि मध्य प्रदेश में 671 कॉलेज में बीएड प्रोग्राम उपलब्ध हैं. इनमें 99 फीसदी कॉलेज प्राइवेट हैं.प्रदेश में दो वर्षीय बीएड प्रोग्राम के लिए 59 हजार 427 सीट उपलब्ध है.वहीं, बीए-बीएड कोर्स की 50 कालेजों में 3450 सीट है. इसी तरह बीएससी-बीएड की 40 कालेजों में 2750 सीट है.


स्टूडेंट्स में बीएड प्रोग्राम को लेकर है क्रेज
दरअसल, बीएड की डिग्री प्राप्त करने से शिक्षा के क्षेत्र में रोजगार के विकल्प काफ़ी बढ़ जाते हैं. यह डिग्री प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों के साथ-साथ विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में पढ़ाने के लिए योग्य बनाती है. स्टेट लेवल पर सबसे ज्यादा नौकरी भी स्कूल एजुकेशन डिपार्टमेंट में ही निकलती है. इसी वजह से स्टूडेंट्स में बीएड प्रोग्राम को लेकर जमकर क्रेज है.


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