Madhya Pradesh News: जबलपुर के कलेक्टर डॉ इलैयाराजा टी के मुताबिक जबलपुर (Jabalpur) जिले में एक जिला एक उत्पाद के अंतर्गत हरी मटर का चयन किया गया है. जबलपुर में लगभग 31 हजार हेक्टेयर में मटर का उत्पादन कृषकों द्वारा किया जाता है. उत्पादित मटर को बोरियों में भरकर मंडी प्रांगण में विक्रय के लिए लाया जाता है. वहीं हरी मटर की मार्केटिंग एवं ब्रांडिंग को बढ़ावा देने के लिए 'जबलपुरी मटर' की ब्रांडिंग के लिए लोगो का रजिस्ट्रेशन ट्रेडमार्क में किया जा चुका है.
बोरियों पर लगेगा लोगो
कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा ने सभी मटर व्यापारियों को निर्देश दिये हैं कि जिले की स्थानीय मंडियों में मटर की बोरियों पर 'जबलपुरी मटर' के लोगो का प्रिंट कराकर स्थानीय कृषकों को उपलब्ध कराया जाये. मटर के व्यापारियों द्वारा मंडी में जबलपुरी मटर का लोगो लगी हुई लेनो बोरियों में ही मटर भरकर जिले से अन्य जिलों एवं राज्यों को विक्रय के लिए भेजा जाये. उन्होंने कहा कि मटर उत्पादक किसानों को मटर की बोरियों पर 'जबलपुरी मटर' का लोगो लगाने के लिए प्रेरित करें, जिससे कृषकों को उचित मूल्य मिल सके और जबलपुर जिले की हरी मटर की ब्रांडिंग राष्ट्रीय स्तर पर हो सके.
पिछले साल हुआ था मटर फूड फेस्टिवल
यहां बता दें कि पिछले साल जबलपुर में मटर फूड फेस्टिवल भी आयोजित किया गया था. जिला प्रशासन और स्मार्ट सिटी द्वारा आयोजित मटर फूड फेस्टिवल प्रतियोगिता में शहर वासियों के साथ-साथ होटल के बावर्चियों ने भी हिस्सा लिया था. इस प्रतियोगिता में मटर से बनी 100 से ज्यादा स्वादिष्ट व्यंजनों को सजाया गया था. इसमें मटर की जलेबी, मटर की खीर, मटर की बर्फी, मटर का हलवा सहित मटर के तमाम पकवान परोसे गए थे. प्रतिभागियों ने मटर से बनी बर्फी, जलेबी, समोसे, केक और यहां तक मटर से बना श्रीखंड और हलवा बनाकर सबको चौंका दिया था.