Jabalpur News: डॉक्टरों की सर्वोच्च और सम्मानित संस्था इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) के लिए कल रविवार को काला दिन था. जबलपुर में आईएमए, मध्य प्रदेश चैप्टर की वार्षिक बैठक के दौरान डॉक्टरों में जमकर जूतम-पैजार हुई. अपने हाथों से मरीजों की नब्ज टटोलकर इलाज करने वाले डॉक्टर्स एक-दूसरे का गिरेबां पकड़ रहे थे. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. रविवार को जबलपुर के सेक्रेटरी डॉ अमरेंद्र पांडेय का स्वागत भाषण हो रहा था. बताया जाता है कि इस दौरान जमकर हंगामा हुआ. आईएमए, मध्य प्रदेश चैप्टर का मुख्यालय जबलपुर से ग्वालियर शिफ्ट करने की मांग पर मामला बिगड़ा.


नब्ज टटोलनेवाले डॉक्टरों ने पकड़ा एक दूसरे का गिरेबां


ग्वालियर के जीवाजी राव मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर डॉ सुनील अग्रवाल की मांग का जबलपुर के डॉक्टरों ने विरोध दर्ज किया. इसी बीच डॉक्टर सुनील अग्रवाल जोर-जोर से बात करते हुए मंच पर पहुंच गए तो वाद-विवाद मारपीट में तब्दील हो गया. डॉक्टरों के बीच मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने से घटना का खुलासा हुआ. आईएमए के डिस्ट्रिक्ट सेक्रेटरी डॉ अमरेंद्र पांडे ने एबीपी न्यूज़ को बताया कि उनके स्वागत भाषण देने के दौरान ग्वालियर से आए डॉक्टरों ने हंगामा करना शुरू कर दिया.



डॉक्टरों के बीच कहासुनी बढ़ती गई और मामला धक्का-मुक्की के बाद मारपीट तक पहुंच गया. मंच पर ही डॉ अमरेंद्र पांडेय और प्रोफेसर सुनील अग्रवाल भिड़ गए. घटना के बाद आइएमए के कुछ पदाधिकारियों ने पुलिस को बुला लिया लेकिन किसी भी पक्ष से शिकायत नहीं मिलने के कारण पुलिस बिना किसी कार्यवाही के वापस लौट गई. बताया जाता है कि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, मध्य प्रदेश चैप्टर की बैठक राइट टाउन स्थित संस्था के हॉल में चल रही थी.


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IMA का मुख्यालय जबलपुर से हटाने की मांग पर मारपीट 


प्रदेश अध्यक्ष इंदौर के डॉक्टर अनिल भाटिया निवृत हो रहे थे और जबलपुर के नवनिर्वाचित अध्यक्ष डॉक्टर आर. के पाठक पदभार ग्रहण कर रहे थे. हालांकि बाद में बैठक शांतिपूर्ण ढंग से हुई और मुख्यालय जबलपुर में ही रखने का फैसला किया गया. डॉ अमरेंद्र पांडेय के मुताबिक जबलपुर के पॉश इलाके राइट टाउन में आईएमए ने अपने भूखंड में ढाई करोड़ की लागत से शानदार भवन तैयार किया है. आईएमए का मुख्यालय जबलपुर से हटाने की मांग करना अप्रासंगिक था.