GST Raid in Jabalpur: स्टेट जीएसटी (GST) की एंटी इवेजन टीम (Anti-Evasion Team) द्वारा टेक्स चोरी से जुड़ी शिकायत पर बुधवार को पान मसाला, गुटखा सामग्री और बीड़ी-सिगरेट का कारोबार करने वाली चार फर्मों पर जबलपुर और मण्डला में छापा मारा गया. छापे की कार्रवाई कारोबार स्थल, गोदामों एवं घरों में की गई. जीएसटी के करीब 40 अधिकारियों की टीम जांच में जुटी हुई है. फिलहाल, खाता-बही की जांच की जा रही है. कार्रवाई कारोबार स्थल, गोदामों और घरों में की गई. माना जा रहा है कि इन फर्मों में लाखों रुपए की टैक्स चोरी की जा रही थी.


जानकारी के अनुसार, यह कार्रवाई दो-तीन दिन तक चल सकती है. कार्रवाई के चलते क्षेत्र में हड़कंप की स्थिति रही. फिलहाल गोदामों को सील कर दिया गया है. स्टेट जीएसटी के डिप्टी कमिश्नर आर के ठाकुर ने कार्रवाई की जानकारी देते हुए बताया कि जबलपुर में सराफा बाजार स्थित रूपचंद गुप्ता एण्ड संस के संचालक राकेश कुमार अग्रवाल एवं रूपचंद ट्रेडिंग कंपनी के संचालक अर्पित अग्रवाल, मुकादमगंज स्थित वासुदेव ट्रेडर्स के संचालक तरुण पगरानी और मण्डला स्थित नीलेश ट्रेडर्स के संचालक राजेश कुमार विरानी की फर्मों में विभागीय टीम को मिले डेटा के आधार पर छापामार कार्रवाई की गई है.यह कार्रवाई विभाग की धारा 67 (2) के अंतर्गत की गई है. 


विभाग के अधिकारी पिछले कुछ सालों के लेन-देन पर भी छानबीन कर रहे हैं.विभागीय सूत्रों का कहना है कि टेक्स चोरी के फाइनल आँकड़े आने के बाद ही स्थिति साफ हो सकेगी. तभी यह पता चलेगा कि टैक्स के मामले में कारोबारियों ने कितनी वास्तविकता दिखाई है? 


कागजों में दिखाया ज्यादा स्टॉक 
विभागीय सूत्रों के मुताबिक पान और गुटखा सामग्री की कारोबारी फर्मों द्वारा कागजों में बड़ी मात्रा में कारोबार करना दिखाया गया है. इसको लेकर जीएसटी की टीमों द्वारा दस्तावेजों की जाँच की जा रही है.फिलहाल अधिकारियों की टीम ने कारोबार से संबंधित कागजात को जब्त किया है.कारोबार स्थल सहित गोदामों को सील कर दिया गया है. 


14 संदिग्ध कारोबारियों का खुलासा 
वहीं,मध्यप्रदेश सरकार ने दावा किया है कि प्रदेश में अब तक के सबसे बड़े बोगस डीलर रैकेट का खुलासा हुआ है.वाणिज्य कर विभाग की बड़ी कार्रवाई के दौरान मध्यप्रदेश के 14 संदिग्ध व्यवसाइयों के पूरे रैकेट का पर्दाफाश हुआ है.मध्यप्रदेश के 139 और पूरे देश के लगभग 4909 से अधिक बोगस डीलर्स चिन्हित हुए है.सरकार के मुताबिक वित्तीय वर्ष 2021-22 और 2022-23 में राज्य में 184 करोड़ रुपये से अधिक की कर चोरी पकड़ी गई है. वाणिज्यकर विभाग द्वारा इनके खिलाफ प्रकरण पंजीबद्ध कराया जा रहा है.दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी.


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