Jabalpur News: पेट्रोल पंप पर मध्य प्रदेश हाई कोर्ट के जज से धोखाधड़ी के बाद जबलपुर प्रशासन की नींद टूटी है. जज की फटकार के बाद पेट्रोल पंपों पर तेल की कम तौल और मिलावट की जांच कराने की कवायद है. हरकत में आए जिला प्रशासन ने जांच के लिए टीमें गठित की हैं. प्रशसान धोखाधड़ी करने वाले पेट्रोल पंपों के खिलाफ अब सख्ती के मूड में आ गया है. बता दें कि दो दिन पहले जज के साथ पेट्रोल पंप पर धोखाधड़ी की कोशिश हुई थी. मामला शहर के सिविल लाइन्स इलाके का है. 50 लीटर टैंक क्षमता वाली गाड़ी में 57 लीटर पेट्रोल भरने की बिलिंग होने पर जज ने जालसाजी को पकड़ लिया.


जज के साथ हुई थी पेट्रोल पंप पर जालसाजी की कोशिश


घटना के बाद जज साहब ने प्रशासनिक अधिकारियों की जमकर क्लास ली. आनन फानन जिला प्रशासन और खाद्य विभाग की टीम ने पेट्रोल पंप को सील कर दिया. अब प्रशासन ने शहर के तमाम पेट्रोल पंपों को जांच के दायरे में लिया है. कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन ने बकायदा आदेश जारी कर जांच टीम गठित कर दी है. चार सदस्यीय टीम में पेट्रोलियम कंपनियों के अधिकारियों को भी रखा गया है. जांच टीम जबलपुर के पेट्रोल पंपों की जांच करेंगी. गुणवत्ता और गलत बिलिंग का भी परीक्षण किया जाएगा.


फटकार के बाद प्रशासन कराएगा सभी पेट्रोल पंप की जांच


खाद्य और नागरिक आपूर्ति, नाप-तौल विभाग के साथ पेट्रोलियम कंपनियों की संयुक्त टीमें अचानक दबिश देकर किसी भी पेट्रोल पंप की गड़बड़ियों का पता लगाएंगी. शहर में जाने-माने उद्योगपति सरबजीत सिंह मोखा के पेट्रोल पंप पर जज ने चोरी पकड़ी थी. सरबजीत सिंह मोखा कोरोना काल में नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन सप्लाई करने के मामले में आरोपी रहे हैं. जज के साथ पेट्रोल चोरी की घटना के बाद जिला प्रशासन की टीमों ने दो अन्य पेट्रोल पंपों पर भी कार्रवाई की है. खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक कमलेश तांडेकर के मुताबिक सैंपल लेकर जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा गया है.


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