Jabalpur News: भारत तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के एक जवान को जबलपुर में धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. उसके खिलाफ स्टाफ कैंटीन के 11 लाख रुपये 50 हजार रुपये गायब करने का आरोप है. यह रकम बैंक में जमा करने के लिए निकाला गया था. लेकिन जवान ने विश्वासघात करते हुए रुपयों का बैग घूमने की झूठी रिपोर्ट लिखा दी थी. पुलिस द्वारा आईटीबीपी जवान के पास से 11 लाख 50 हजार रुपये नगद एवं शासकीय दस्तावेज जब्त किए गए है.


जबलपुर के पुलिस अधीक्षक तुषारकांत विद्यार्थी ने बताया कि 20 मई को थाना कैंट में आईटीबीपी के उप निरीक्षक जयप्रकाश ने लिखित शिकायत दी थी. वह 29 वीं वाहिनी भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस बल  जमतरा कैम्प में कार्यरत है. 18 मई को आइटीबीपी में कार्यरत भगवानदास शर्मा ने केन्द्रीय पुलिस कल्याण भंडार का 11 लाख 50 हजार रुपये केन्द्रीय पुलिस कल्याण भंडार के भारतीय स्टेट बैंक,सदर शाखा में जमा कराने के लिए वाहिनी डाक रनर दल (जीडी) प्रजापति अनिल कुमार को सुपुर्द किया था. 


अनिल कुमार ने रकम बैंक में जमा करने की बजाय झूठी कहानी गढ़ दी. उसने शाम को वाहिनी आफिस में लौटकर बैग गायब होने की जानकारी दी. पुलिस तस्दीक में कर्मचारी द्वारा दी गई रकम बैंक में जमा न कर गड़बड़ किया जाना पाया गया. शिकायत पर पुलिस ने प्रजापति अनिल के विरूद्ध धारा 406, 408 भादवि का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया.


घर के बॉक्स में छिपाई थी रकम
पुलिस द्वारा गठित टीम द्वारा अनिल प्रजापति (उम्र 30 वर्ष) को अभिरक्षा में लेते हुये सघन पूछताछ की गयी तो उसने पूरा राज खोल दिया. उसने बताया कि रुपये बैंक में जमा करने की बजाय अपने घर में बॉक्स में छिपाकर रख लिया था. 19 मई को खाली बैग व कुछ दस्तावेज लेकर बैंक के सामने तक गया था. पूरा दिन यहां-वहां बैग लेकर घूमता रहा और बाद में पुल नंबर 3 के पास झाड़ियों में बैग और दस्तावेज फेंक दिया था. आरोपी अनिल ने बताया कि उसने एसबीआई बैंक,तिलहरी से 15 लाख रुपये का पर्सनल लोन लिया था. उसने इस लोन से गांव में घर बनाया था. उसने कर्ज चुकाने की नियत से यह रकम घर में छिपाकर रख ली थी.


पूरी रकम हुई बरामद
आरोपी की निशानदेही पुलिस पर उसके घर में छिपाकर हुए 11 लाख 50 हजार रुपये तथा पुल नम्बर 03 के पास से बटालियन के कुछ शासकीय दस्तावेज जप्त किया. इसके बाद आरोपी को प्रकरण में विधिवत गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष पेश किया गया. मामले का खुलासा करने में थाना प्रभारी केन्ट राजेन्द्र कुमार सोनी,उप निरीक्षक गौरीशंकर यादव,उप निरीक्षक गणपत मर्सकोले, आरक्षक नरेन्द्र,शक्ति,नरेश भलावी,  अजीत,महिला आरक्षक निकिता सिंह की सराहनीय भूमिका रही.


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