Jabalpur News: पांच साल से लटका रखी थी जमीन के मुआवजे की फ़ाइल, अब रिश्वत लेते पकड़ा गया सरकारी ऑफिस का बाबू
MP News: तहसील कार्यालय में पदस्थ इंद्रजीत सिंह ने मुआवजे की राशि दिलाने की एवज में उससे 5 हजार की रिश्वत मांगी की. जिसके बाद लोकायुक्त की टीम ने उसे रिश्वत की रकम के साथ धर दबोचा.
Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के जबलपुर (Jabalpur) में भूस्वामी नाम के शख्स की जमीन सरकार ने नेशनल हाईवे (National Highway) बनाने के लिए अधिग्रहण तो कर ली. लेकिन पांच साल बीतने के बाद भी भूस्वामी को जमीन का मुआवजा नहीं मिल पाया है. भूस्वामी की मानें तो तहसील कार्यालय के बाबू ने उनकी फ़ाइल पांच साल से लटका रखी थी. वहीं जब उन्होंने तहसील बाबू से मुआवजा नहीं देने की वजह पूछी तो बाबू ने रिश्वत की मांग कर डाली. जिसके बाद भूस्वामी ने लोकायुक्त एसपी संजय साहू को इस मामले की शिकायत की. जिसके बाद गुरुवार को लोकायुक्त की टीम ने तहसील कार्यालय में रिश्वत लेते बाबू को धर दबोचा. रिश्वतखोरी का मामला पकड़ा जाने के बाद तहसील कार्यालय में हड़कंप मच गया.
मुआवजे देने के लिए की रिश्वत की मांग
लोकायुक्त डीएसपी दिलीप झरवाड़े ने बताया कि, तहसील कार्यालय में लोकायुक्त की टीम ने जाल बिछाकर 5 हजार रूपए की रिश्वत लेते सहायक ग्रेड-2 पद पर पदस्थ इंद्रजीत सिंह को पकडा. दरअसल,आवेदक विकास दुबे की ओर से लोकायुक्त को शिकायत की गई कि, तिलवारा रोड स्थित उसकी जमीन को एनएचआईए ने अधिग्रहण कर लिया था. साल 2017 में हुई इस कार्रवाई के बाद वो मुआवजे के लिए लगातार सरकारी दफ्तर के चक्कर काट रहा था. तहसील कार्यालय में पदस्थ इंद्रजीत सिंह ने मुआवजे की राशि दिलाने की एवज में उससे 5 हजार की रिश्वत मांगी.
रिश्वत लेते बाबू को धर दबोचा
वहीं शिकायत के मिलने के बाद लोकायुक्त की टीम ने इस मामले की पुष्टि की और फिर ट्रैपिंग के लिए जाल बिछाया. इसके बाद आज गुरुवार को आवेदक विकास दुबे 5000 की रिश्वत लेकर बाबू इंद्रजीत सिंह के पास पहुंचा. जैसे ही इंद्रजीत सिंह धूरिया ने रिश्वत की रकम अपनी जेब में डाली तो लोकायुक्त की टीम ने उसे रिश्वत की रकम के साथ धर दबोचा.