Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश की युवा नीति बनाने में 35 साल से कम उम्र के आईएएस और आईपीएस अधिकारियों की सलाह ली जा रही है. माना जा रहा है कि नई उम्र के अधिकारी युवा सोच को बेहतर ढंग से रिप्रेजेंट करते हैं. वे युवाओं के मन की बात को ज्यादा बेहतर ढंग से समझ सकते हैं. इसी बजह से वे सरकार की नई युवा नीति बनाने में सकारात्मक योगदान दे सकते हैं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) की नए साल में 13 जनवरी 2023 को एमपी की नई युवा नीति (MP New youth policy-2023) घोषित करने की तैयारी है.
यहां बता दें कि मध्य प्रदेश की युवा नीति-2023 को बनाने के लिए सरकार ने मंत्री समूह का गठन किया है. इसमें यशोधरा राजे सिंधिया, विश्वास सारंग, डॉ मोहन यादव और इन्दर सिंह परमार शामिल हैं. स्वामी विवेकानंद की जयंती पर 12 जनवरी को मुख्यमंत्री आवास पर युवाओं से संवाद का कार्यक्रम होगा. इसमें ऐसे 380 युवाओं को आमंत्रित किया गया है, जिन्होंने अलग-अलग क्षेत्रों में उपलब्धि प्राप्त की है. वहीं, 13 जनवरी को भोपाल के जंबूरी मैदान पर युवा समागम होगा. इसमें प्रदेशभर के युवा हिस्सा लेंगे. कार्यक्रम में सरकार युवा नीति घोषित करेगी.
पिछले दिनों सीएम शिवराज सिंह चौहान ने युवाओं के नाम एक वीडियो संदेश जारी कर उनके सुझाव आमंत्रित किये हैं. उन्होंने कहा कि,"हम युवा नीति बनाने जा रहे हैं, लेकिन ये सरकार नहीं बनाएगी. आप बनायेंगे, आप जो सुझाव देंगे उसके आधार पर प्रदेश की युवा नीति बनेगी."
एक दिवसीय संभाग स्तरीय कार्यशाला
इसी मकसद को लेकर जबलपुर कमिश्नर बी. चंद्रशेखर की अध्यक्षता में सुशासन सप्ताह के अंतर्गत बुधवार को मध्य प्रदेश की प्रस्तावित युवा नीति को प्रभावी बनाने के लिये एक दिवसीय संभाग स्तरीय कार्यशाला आयोजित की गई. कार्यशाला में 35 साल से कम आयु के आईएएस, आईपीएस, आईएफएस व राज्य सेवा के राजस्व, पुलिस व वित्त सेवा के अधिकारी शामिल रहे. चन्द्रशेखर ने कार्यशाला में युवा नीति को प्रभावी बनाने के उद्देश्य पर चर्चा कर युवा शक्ति की नीति की प्राथमिकता, क्षेत्र व कार्य तथा वर्तमान नीतियों के संबंध में जानकारी दी. मंडला कलेक्टर हर्षिता सिंह ने युवा नीति को प्रभावी बनाने के विषय पर विस्तृत जानकारी दी.
किन विषयों को किया गया शामिल
कार्यशाला में युवा नीति को सशक्त व प्रभावी बनाने के लिये चर्चा की गई. इस दौरान मध्य प्रदेश के युवाओं को नवप्रवर्तन के साथ सक्षम बनाने के लिये 8 समूहों का निर्माण किया गया. प्रत्येक समूह में 10 से 11 अधिकारियों ने युवाओं को सक्षम बनाने के लिये विचार कर समग्र रूप से अपने सुझाव दिये. इन समूहों में मुख्य रूप से शिक्षा एवं कौशल, रोजगार एवं उद्यमिता विकास, मेरा मध्य प्रदेश-मेरा गांव, कला, साहित्य संस्कृति, विरासत एवं विविधता, युवा नेतृत्व एवं सामाजिक कार्य, पर्यावरण के प्रति हमारा उत्तरदायित्व एवं पर्यावरण सुरक्षा के प्रति जागरूकता, जीवन के लिये खेल तथा समावेश एवं न्याय संगतता विषय को शामिल किया गया था.
कार्यशाला के दूसरे सत्र में सभी समूहों ने अपने-अपने विषयों पर नवाचारों व सुझावों का प्रस्तुतीकरण किया. साथ ही उनके सुझावों पर अन्य अधिकारियों ने भी अपने विचार रखे. कार्यशाला के माध्यम से युवा नीति को सशक्त व प्रभावी बनाने के नवाचारों का संग्रह किया गया. कार्यशाला में जबलपुर कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन, मंडला कलेक्टर हर्षिका सिंह, नरसिंहपुर कलेक्टर रिजू बाफना और छिंदवाड़ा कलेक्टर शीतला पटले सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे.
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