Ahmedabad Bomb Blast: अहमदाबाद बम ब्लास्ट केस में जबलपुर का भी कनेक्शन रहा है. इस मामले में जिन 11 आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है उनमें जबलपुर निवासी मोहम्मद अली अंसारी भी शामिल है. जबलपुर के चार खंभा, बेनी सिंह की तलैया क्षेत्र निवासी मोहम्मद अली अंसारी को प्रतिबंधित संगठन सिमी यानी स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया का खजांची भी माना जाता रहा है.


जबलपुर पुलिस ने भी दर्ज किया था मामला
बता दे कि मोहम्मद अली के खिलाफ जबलपुर पुलिस ने भी मामला दर्ज किया था और उसे गिरफ्तार कर यहां की सेंट्रल जेल में भी रखा जा चुका है. जिस वक्त इस मामले का खुलासा हुआ उस दौरान जबलपुर शहर में भी सनसनी फैल गई थी. जानकारों का कहना है कि उस समय सिमी के तकरीबन आधा दर्जन से ज्यादा सदस्यों को हनुमानताल पुलिस और एटीएस ने गिरफ्तार किया था. 


खाड़ी देशों से भी रहे हैं संबंध
चार खम्भा क्षेत्र के एक घर में छापेमारी के दौरान आपत्तिजनक साहित्य भी बरामद किया गया था. मोहम्मद अली के खाड़ी देशों में भी गहरे संबंध रहे हैं, जहां से वो सिमी के लिए रुपयों का इंतजाम किया करता था. सिमी को प्रतिबंधित संगठन घोषित किये जाने के बाद मोहम्मद अली उर्फ खजांची इंडियन मुजाहिद्दीन से जुड़ गया था.


गुजरात एसटीएफ ने कस्टडी में लिया
इस मामले के बाद आरोपियों को जबलपुर की केंद्रीय जेल में रखा गया था. इसी दौरान अहमदाबाद विस्फोट के तार मोहम्मद अली से जुड़े नजर आए. गुजरात एसटीएफ जबलपुर पहुंची और उसे अपने साथ लेकर रवाना हो गई. इसके बाद से मोहम्मद अली गुजरात पुलिस की कस्टडी में ही रहा. जिला अदालत जबलपुर में जब कभी भी पेशी होती है तो गुजरात पुलिस उसे लेकर आती है और पेशी के बाद वापस लेकर लौट जाती है.


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