Madhya Pradesh News: अठारह साल पहले धान खरीदी में घोटाले (Paddy Procurement Scam) के मामले में आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ इकाई (ईओडब्ल्यू) ने जबलपुर (Jabalpur) जिले के गोसलपुर, कुसनेर और बनखेड़ी तीन सहकारी समितियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है. इसमें समितियों के तत्कालीन अध्यक्षों को आरोपी बनाया गया है. बताया गया है कि उक्त आरोपियों ने वर्ष 2003-2004 में मानक पैदावार से कहीं अधिक धान का विक्रय दिखाकर शासन को लाखों रुपए की चपत लगाई थी. इस मामले में जांच के बाद आगे घोटाले से जुड़े कुछ और तथ्य सामने आ सकते हैं.


तीन के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच 
ईओडब्ल्यू के एसपी देवेन्द्र सिंह राजपूत ने बताया कि जबलपुर जिले के अंतर्गत स्थित शहपुरा मार्केटिंग, पनवानी, नुनिया कला, गोसलपुर, मझगवां, मझौली, शाहपुरा वृहताकार, कुसनेर, सकरा, रोझा, पाटन, खेड़ी, कापाबन खेड़ी, वृहताकार उदना, नगना, पनागर सिहोरा, ओरिया, सहजपुर, बोरिया, घनसुर, बरेला, कटंगी और नुनसर में धान खरीदी प्रक्रिया में पद का दुरुपयोग कर भ्रष्टाचार करने संबंधी शिकायतें मिली थीं. इसकी पड़ताल जांच निरीक्षक शशिकला मस्कुले द्वारा की गई थी. जांच में आए साक्ष्यों के आधार पर 25 समितियों में से गोसलपुर, कुसनेर और बनखेड़ी में धान खरीदी प्रक्रिया में हुए भ्रष्टाचार के संबंध में साक्ष्य पाए गए. इसके बाद तीनों के खिलाफ अलग-अलग मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई है.


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गोसलपुर में साढ़े 6 लाख का घोटाला
गोसलपुर समिति के तत्कालीन अध्यक्ष संजय सिंह ठाकुर, कृषक रामकुमार, भोलाराम और अन्य के द्वारा धान खरीदी प्रक्रिया में अपने पद का दुरुपयोग कर षड्यंत्र पूर्वक धान की मानक पैदावार से अत्यधिक धान का विक्रय कर शासन को कुल 6 लाख 35 हजार 249 रुपए की आर्थिक हानि पहुंचाने पर उनके खिलाफ धारा 420, 120बी भादंवि के तहत मामला दर्ज किया गया है.


कुसनेर समिति ने पौने 14 लाख की चपत लगाई
इसी प्रकार कुसनेर समिति की तत्कालीन अध्यक्ष राशि बाई पटेल, प्रबंधक हरिशंकर दुबे और कृषक बैजनाथ, भोलाराम तथा अन्य के द्वारा धान खरीदी प्रक्रिया में अपने पद का दुरुपयोग कर षड्यंत्र पूर्वक धान की मानक पैदावार से अधिक धान का विक्रय कर शासन को 13 लाख 84 हजार 830 रुपए की आर्थिक हानि पहुंचाने पर उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.


बनखेड़ी समिति ने किया साढ़े सात लाख का गोलमाल
इसी तरह बनखेड़ी समिति के तत्कालीन अध्यक्ष रामसिया सिंह ठाकुर, प्रबंधक हबीब खान, कृषक बैजनाथ, भोलाराम और अन्य के द्वारा धान खरीदी प्रक्रिया में अपने पद का दुरुपयोग करते हुए षड्यंत्र पूर्वक धान की मानक पैदावार से कहीं अधिक धान का विक्रय दिखाकर शासन को 7 लाख 50 हजार 750 रुपए की आर्थिक हानि पहुंचाने पर उनके खिलाफ भी मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू की गई है.


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