MP News: राम मंदिर के लिए 1.11 करोड़ का दान देने वाले संत कनक बिहारी दास की दुर्घटना में मौत, CM शिवराज ने जताया शोक
Mahant Kanak Bihari Maharaj Death: पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, रघुवंशी समाज के महंत कनक बिहारी दास महाराज का सोमवार सुबह 8.00 बजे नरसिंहपुर-सागर हाईवे पर बरमान के पास सड़क हादसे में निधन हो गया.
Mahant Kanak Bihari Road Accident: अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए एक करोड़ ग्यारह लाख रुपये चंदा देने वाले मध्य प्रदेश के एक प्रसिद्ध संत की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई. मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले में सोमवार की सुबह हुए सड़क हादसे में महंत कनक बिहारी महाराज और उनके शिष्य विश्राम रघुवंशी का निधन हो गया. महंत कनक बिहारी महाराज का संकल्प अयोध्या में श्रीराम मंदिर के लिए 111 करोड़ रुपये देने का था.
स्थानीय पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, रघुवंशी समाज के महंत कनक बिहारी दास जी महाराज का सोमवार सुबह 8.00 बजे नरसिंहपुर-सागर हाईवे पर बरमान के पास सड़क हादसे में निधन हो गया. वह बरमान से छिंदवाड़ा स्थित अपने आश्रम लौट रहे थे. बताया जाता है कि उनकी कार बाइक सवार को बचाने के चक्कर में अनियंत्रित होकर पलट गई थी. इससे महंत कनक बिहारी दास जी को गंभीर चोट आई और उनका मौके पर ही निधन हो गया. उनके साथ शिष्य विश्राम रघुवंशी की भी मौत की खबर है. वहीं, ड्राइवर रूपलाल को गंभीर चोट आई है, जिसे नरसिंहपुर के जिला अस्पताल में एडमिट कराया गया है.
महंत के निधन पर नेताओं ने जताया दुख
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पूर्व सीएम कमलनाथ, केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल, बीजेपी स्टेट प्रेसिडेंट वीडी शर्मा सहित अनेक नेताओं ने
महंत कनक बिहारी दास जी महाराज के निधन पर दुख व्यक्त किया है.
बताया गया है कि रघुवंशी समाज के महंत कनक बिहारीदास ने राम मंदिर निर्माण के लिए 111 करोड़ रुपये एकत्रित कर दान में देने का संकल्प लिया था. वे फरवरी 2024 में अयोध्या में 9009 कुंडीय श्री राम यज्ञ आयोजित करने वाले थे. महंत कनक बिहारी का जन्म विदिशा में हुआ था और यहां उनका एक आश्रम भी है. इसके अलावा, लोनी कलां छिंदवाड़ा में भी उनका प्रमुख आश्रम है.
रघुवंशी समाज में शोक की लहर
महंत कनक बिहारी दास जी महाराज के निधन की खबर लगते ही रघुवंशी समाज में शोक की लहर दौड़ पड़ी. कनक बिहारी जी रघुवंशी समाज के गौरव कहलाते थे. जैसे ही उनके निधन की खबर लोगों को लगी काफी संख्या में लोग करेली-बरमान के लिए रवाना हो गए. महंत कनक बिहारी दास जी महाराज मूलतः विदिशा के रहने वाले हैं. वह लंबे समय से लोनीकला श्रीराम जानकी मंदिर में ही रह रहे थे. वे लगातार विदिशा, गुना और अयोध्या में विभिन्न धार्मिक आयोजनों में शामिल होते थे. उनके हजारों शिष्य है,जो महाराज श्री के निधन की खबर लगते ही छिंदवाड़ा पहुंचने लगे हैं.
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