Jabalpur Mango News: मध्य प्रदेश में क्लाइमेट चेंज फसलों के लिए अभिशाप बनता जा रहा है.मौसम में हो रहे परिवर्तन का सबसे ज्यादा असर फसलों के उत्पादन पर पड़ रहा है.जबलपुर में मौसम की बेरुखी से आम की फसल लगभग बर्बाद हो चुकी है.


आम की फसल लेने वाले किसानों का कहना है कि इस बार 30 से 40 प्रतिशत उत्पादन होना भी मुश्किल हो गया है.आम के दाम पर भी पड़ने लगा है. जबलपुर का मल्लिका आम पूरे देश में फेमस है.






क्लाइमेट चेंज से हुआ है भारी नुकसान
कहा जा रहा है कि इस बार गर्मी के मौसम में फलों के राजा यानी आम के शौकीनों के लिए इसका स्वाद लेने के लिए थोड़ी ज्यादा जेब ढीली करनी होगी. मध्य प्रदेश में हुई बेमौसम बारिश और आंधी तूफान की वजह से इस साल आम की फसल को भारी नुकसान हुआ है. जबलपुर में आम की फसल क्लाइमेट चेंज से भारी नुकसान हुआ है. 


पेड़ों में लगे फल टूट रहे हैं पकने से पहले
आम की फसल लेने वाले किसान संकल्प परिहार का कहना है कि इस बार 30 से 40 प्रतिशत फसल ही बची है. हर 15 से 20 दिन में मौसम बिगड़ रहा है. लाभ बारिश हो जाती है तो कभी तेज आंधी तूफान आ जाता है. जिसकी वजह से आम के पेड़ों में लगे फल पकने से पहले ही टूट रहे हैं.


किसानों को उठाना पड़ेगा भारी नुकसान 
चरगवां रोड पर हिनौता गांव में दस एकड़ से ज्यादा के आम के बगीचे के मालिक संकल्प का कहना है कि पेड़ों पर इस बार 30% फसल आना भी मुश्किल हो गया है.एबीपी न्यूज़ ने जब संकल्प के आम के बगीचे का जायजा लिया तो बर्बादी का मंजर खुद ब खुद दिख गया. मई का महीना शुरू हो चुका है लेकिन आम के पेड़ों पर जैसे फल होना चाहिए, वैसे नहीं आ पा रहे हैं. कहा जा रहा है कि इस बार किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ेगा. वहीं, इसका असर बाजार में आम के दामों पर भी देखने को मिलेगा 25 से 30% आम के दामों में इजाफा हो चुका है.


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